नारी-भारत माँ की मूरत

शिवम् सिंह सिसौदियाअश्रु ग्वालियर(मध्यप्रदेश) ******************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… नारी मैंने तो तुझमें भारत माँ की मूरत देखी थी, सरस्वती लक्ष्मी दुर्गा सीता की सूरत देखी थी। मैंने था…

Comments Off on नारी-भारत माँ की मूरत

औरत

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… आसमां से जो उतर आई धरा पर, सूर्य की पहली किरण का तेज हो तुम। बादलों की गोद से…

Comments Off on औरत

नारी गाथा…

दृष्टि भानुशाली नवी मुंबई(महाराष्ट्र)  **************************************************************** मैं हूँ तो ये संसार है, स्त्री कहो,कांता या भामिनी। दर्प है मुझे इस बात का, कि हूँ मैं इस विश्व की नारी॥ आसान नहीं…

Comments Off on नारी गाथा…

मेरा सपना

सुश्री नमिता दुबे इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************** वंश चलाने की लालसा ने, मुझको ही दासता में जकड़ा। चूल्हे-चौके में उलझी मैं, सदा किया नर को बलवान। मैं भी जीना चाहती थी, भाई…

Comments Off on मेरा सपना

नारी उदघोष

क्षितिज जैन जयपुर(राजस्थान) ********************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… मैं प्रतीक विश्व सृजन शक्ति की, मैं निर्माण का मधुर राग हूँ त्याग और स्नेह से बनी हुई, प्रकृति की करुणा…

Comments Off on नारी उदघोष

शक्ति स्वरूपा

डॉ.मंजूलता मौर्या  मुंबई(महाराष्ट्र) ************************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… दिल में भरकर ममता और दुलार, दुनिया को अपने प्रेम से सँवारा। संघर्षों से भरे जीवन में, बनी हर वक्त वह…

Comments Off on शक्ति स्वरूपा

नारी तुम चलती रहो

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… तुम कब हारी हो जग में स्त्री अबला हो तुम क्यों कहलाती, बार-बार जनम हो लेती हो जीवन…

Comments Off on नारी तुम चलती रहो

नारी इक अदभुत रचना

तृप्ति तोमर  भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… कभी कही,कभी अनकही कविता, इसका जीवन तो है बहती सरिता। नारी है इक सुलझी-अनसुलझी पहेली, इसका हर इक रूप है…

Comments Off on नारी इक अदभुत रचना

नारी शक्ति

तारा प्रजापत ‘प्रीत’ रातानाड़ा(राजस्थान)  ************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… समय के आगे नहीं झुकेगी, परिस्थितियों से नहीं टूटेगी। औरत जो औरों में रत थी, जान गई है अपने स्वरूप…

Comments Off on नारी शक्ति

चुप कब तलक रहिये

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ******************************************************************************************** बेगानों की बस्ती में मेरे दिल कब तलक रहिये। न ये कहिये,न वो कहिये,छुपाते कब तलक रहिये। दिखायेंं किसको जख्मे-दिल,सुनायेंं किसको हाले-गम, न ये सुनते,न…

Comments Off on चुप कब तलक रहिये