नूतन इतिहास बनाते हैं
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** चढ़कर हिमगिरि की चोटी जोअपना परचम फहराते हैं,नूतन इतिहास बनाते हैं। जो डरें नहीं बाधाओं से,बस आगे बढ़ते जाते हैं।आकाश अनन्त हुआ तो क्या,ऊँची परवाज़ लगाते…