संघर्ष भरा जीवन…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* जीवन संघर्ष (मजदूर दिवस विशेष)... संघर्ष भरा जीवन, मजदूर जिया करते।हर एक मशक्कत से, दु:ख दूर किया करते। संघर्ष जरूरी है हालात बने जो भी,बिस्मिल…

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श्रमिक की व्यथा

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* जीवन संघर्ष (मजदूर दिवस विशेष)... श्रमिक दिवस है आज,आप मुझ पर कविता लिखिएकहानी लिखिए, श्रम-दिवस मनाइए, भाषण सुनाइए। मैं कल जहाँ था, आज भी वहाँ हूँ,मेरी जिन्दगी…

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कुछ भी करने को मजबूर…

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* जीवन संघर्ष (मजदूर दिवस विशेष)... सुख-सुविधाओं सेकोसों दूर,पापी पेट की खातिरकुछ भी करने को मजबूर,होते हैं मजदूर। जहां मिले रोजी-रोटी,डालते वहीं रैन-बसेराश्रम के उपासक,कर्म के साधकविकसित…

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अटूट बंधन

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* दास्ताँ लिखोगीअटूट बंधन कीपढ़ेगा जग। निरंतर हैसंघर्ष ये जीवनसमझो इसे। कविता तुमउपन्यास तुमसेसाहित्य हम। धीरज नहींआतुर है मानवहोगा विनाश। तुलते रिश्तेपनपते हैं कहाँउपजे दूरी। फले-फूले…

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कालू

डॉ. सुनीता श्रीवास्तवइंदौर (मध्यप्रदेश)*************************************** जीवन संघर्ष (मजदूर दिवस विशेष)... आज फिर ११ वर्षीय कालू उसके पास आकर खड़ा हो गया, बोला-"मैम कोई काम बता दो, जो बोलो वो कर दूंगा…।"एक…

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सरहदी बाशिंदे

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** माँएं रोती खून के आँसू,बाप बेचारे बिलखते हैंजब नन्हें-नन्हें बच्चे उनके,ललाट पर गोली खाते हैं। घरों के उड़ते तब परखच्चे से उनके,जब पाकिस्तानी बेवजह गोली चलाते…

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मैं मजदूर…

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* जीवन संघर्ष (मजदूर दिवस विशेष)... मैं मजदूर हूँ,क्योंकि मेरे सर पर छत नहींन मेरे पैरों के नीचे जमीन है,न खाने के लिए सूखी रोटी…

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जल-संकट:जीवन एवं कृषि खतरे में

ललित गर्ग दिल्ली************************************** मानवीय गतिविधियों और क्रिया-कलापों के कारण दुनिया का तापमान बढ़ रहा है और इससे जलवायु में होता जा रहा परिवर्तन अब मानव जीवन के हर पहलू के…

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सहारा माँ से ही मिला

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** इंसान चाहे कितना भी,तकलीफ में क्यों न होजब वो माँ के पास होता है,तो सारे ग़म भूल जाता है। मेरी माँ ने मुझे,हर वक्त सम्भाला थाऐ जिंदगी,तू…

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प्यार के जज़्बात

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* प्यार के जज्बात हैं लेकिन नहीं हालात हैं।ज़िन्दगी सजती जहाॅं, मिटते वहीं जज्बात हैं।प्यार के जज्बात हैं… मैं कहाॅं रुक कर किसे कब प्यार के…

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