‘गुरु’ जो श्रेष्ठ हो…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* गुरु जो हमसे श्रेष्ठ हो हर मायने में,हमारी सच्ची तस्वीर दिखे आईने में। जो हम नहीं जानते, बताए उसके बारे में,गुरु वही है सबकी…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* गुरु जो हमसे श्रेष्ठ हो हर मायने में,हमारी सच्ची तस्वीर दिखे आईने में। जो हम नहीं जानते, बताए उसके बारे में,गुरु वही है सबकी…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** जिसका जैसा आचरण, वैसा हो व्यवहार।पहने सद्गुण आवरण, रहते छिपे सियार॥ सत्य चला जो आमरण, एक असत दुस्वार।ऐसा कोई अवतरण, कहाँ हुआ अवतार॥ होता जब तक जागरण,…
इंदौर (मप्र)। हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा सतत स्पर्धाओं की श्रंखला में 'आजाद भारत की उड़ान' विषय पर ७१वीं स्पर्धा आयोजित की गई। इसमें उत्कृष्ट रचना लिखकर प्रथम विजेता बनने…
कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** अक्सर तुम चली आती हो,मेरे मौन पड़े जीवन मेंदूर खड़ी तुम मुस्काती हो,बातें करती हो आँखों से। मैं भी तो लाचार खड़ा हूँ,मौन पड़ा निहार रहा…
सिंगापुर। भारतीय उच्चायोग सिंगापुर और विश्व हिन्दी सचिवालय मॉरीशस के सहयोग से सिंगापुर संगम द्वारा इस बार भी 'हिन्दी दिवस' का आयोजन सिविल सर्विस क्लब में किया गया। २०० से…
अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** यह कैसा वर्तमान… ?जिसमें हैं अनेक सामाजिक विडम्बनाएंरोज गिर रहे नैतिक मूल्य,रिश्ते-नाते भी बिखर रहे। स्वार्थ केन्द्रित हो रहा है हर व्यक्ति,जारी है राजनीतिक अवमूल्यन भीआगे बढ़ता…
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* रचनाशिल्प:क़ाफ़िया-आर की बंदिश में-प्यार, इंकार आदि, रदीफ़-मिलता सिफ़ारिश हुई हो तभी प्यार मिलता।खुदाई करे तो न इंकार मिलता। सभी से बहुत ही मुहब्बत है हमको,मगर…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* चरण वन्दना करती हूँ आपको,हे प्रथम पूज्य श्री गणेशधरा के दीनों का दु:ख हरने वाले,हे गजानन्द जी हरिए क्लेश। नमन करती हूँ माता पार्वती को,शुभ, सौभाग्य…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* हिन्दी हम हिन्द ए वतन, भारत हिन्दुस्तान।राष्ट्र एकता सरसता, प्रेम शान्ति दे मान॥ समरसता सद्भावना, हिन्दी है आधार।जनमानस को जोड़ती, बोधगम्य संसार॥ बेटी प्राकृत…
महू (मप्र)। मुरली मनोहर गणेशोत्सव के तत्वावधान में महू के वक्ष स्थल मोती चौक पर विराट कवि सम्मेलन का आयोजन कवि विनोद सिंह गुर्जर और कवि भगवान दास तरंग के…