नारी

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… नारी जग को धारती,धरती का प्रतिरूप। पावन निर्मल सजल है,गंगा यमुन स्वरूप। गंगा यमुन स्वरूप,सभी को जीवन देती। होती चतुर सुजान,अभाव…

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नारी तेरे अदभुत रूप

सोनू कुमार मिश्रा दरभंगा (बिहार) ************************************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… नारी तेरे कितने रूप, जग में तू सबसे अनुरूप सती,सीता,सावित्री,स्वरूप, गंगा,गौरी,गायत्री,रूप... नारी तेरे अदभुत रूप। प्रेयसी-प्राणनाथ की तुम प्रिय,…

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बेटी

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… बेटी हम सबका नाज है, अरमान है उम्मीद है... हमारे मान का विश्वास है। माँ की कोख में लड़ती…

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ड्यूटी

डॉ.पूर्णिमा मंडलोई इंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… "जोशी मैडम,आपकी ड्यूटी कहाँ लगी है ? शुक्ला मैडम ने पूछा। "हातौद के विद्यालय में।" उन्होंने जवाब दिया। "शुक्ला मैडम आपकी…

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सबला नारी

बुद्धिप्रकाश महावर मन मलारना (राजस्थान) **************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… एतबार नहीं है आज,मुझे किसी भी शख्स पर, बैठा हो चाहे वो,किसी भी ताजो-तख्त पर। मैं नारी हूँ नारी…

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बेटी की आरजू

विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** मम्मी मुझे बचाओ, पापा को समझाओ बेटा-बेटी में अंतर है क्या ? ये तो मुझे बताओ। एक पेड़ की डाल हूँ मैं, उसी डाल की पात…

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नारी का अंतर्मन

रंजन कुमार प्रसाद रोहतास(बिहार) *************************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… नारी जीवन की व्यथा हूँ, किसको आज सुनाऊँ मैं अंतर्मन से दुःखी हूँ, कैसे आज बताऊँ मैं। हाय रे,मेरी जीवनी,…

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नारी की श्रद्धा

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** नारी तुम केवल एक श्रद्धा हो, नारायण है परछाई तेरी दुर्गा बन असुरों का संहार किया, कल्याणी बन सुर को तार दिया। नारी है देश प्रेम…

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घर की शोभा नारी

सुरेन्द्र सिंह राजपूत हमसफ़र देवास (मध्यप्रदेश) ******************************************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… मैंने अकेले रहते हुए, घर में हर सुख सुविधा जुटाई। लेकिन- वो ख़ुशी कभी न पाई , जो माँ,बहिन,बेटी,बहू,भाभी…

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मैं बिटिया

दीपा पन्त शीतल बीकानेर(राजस्थान) *************************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… मैं बाबा की प्यारी,माँ की दुलारी, छोटी-सी अंगना में खेलूं। कलाई में भइया की राखी बनूँ, देहरी में दिए की…

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