चैत्र प्रतिपदा का स्वागत करना दायित्व

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)********************************************* हमारा नव वर्ष चैत्र प्रतिपदा बुधवार २२ मार्च को है। इस दिन का स्वागत करना हमारा धर्म व दायित्व दोनों ही है। इसलिए ध्यान रख कर…

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मेरा अस्तित्व

तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ***************************************** आज क्या ?कभी भी तुमने,मेरे अस्तित्व कोस्वीकार ही,नहीं किया। हमेशा हुक़ूमतचलाई अपनी,मेरी भावनाओं कोसमझने का,रत्तीभर भीप्रयास नहीं किया,कभी तुमने। एक मोहरे की तरहखेलते रहे,मेरी सम्वेदनाओं के साथमेरे…

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पुस्तक विमोचन संग डॉ. मनोज तिवारी सम्मानित

दिल्ली। प्रगति मैदान (नई दिल्ली) में विश्व पुस्तक मेला में वाराणसी के प्रसिद्ध लेखक, शिक्षाविद व मनोवैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार तिवारी को उत्कृष्ट लेखन व शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट…

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प्रेम से जीने दो

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* कलम की ध्वनि से लिखी है, हृदय के भावों की रचना,अश्रु की एक-एक बूंद से लिखी है, तुम ध्यान से पढ़ना। टूट जाती है नारी, जब…

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मेरे दांत मुझे ही काटें

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ मेरे दांत मुझे ही काटें,किससे करूं शिकायतअपने ही अपनों को मारें,कैसे करूं हिफाजत। कैसे हैं ये रिश्ते-नाते,तन के मन से, मन के तन सेपक्षपात क्यों करता बतला,कह कर…

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‘हिन्दी की बिन्दी’ पर गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’ और देवन्ती देवी चंद्रवंशी को प्रथम स्थान

द्वितीय विजेता बनीं शशि दीपक कपूर एवं डॉ. आशा गुप्ता 'श्रेया' इंदौर (मप्र)। हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा निरन्तर स्पर्धा कराने के अंतर्गत ६२ वीं स्पर्धा 'हिन्दी की बिन्दी' विषय…

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गमन ही आगमन

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* जिसका हुआ है आगमन,उसी शख्स का होता है गमनयानी जो आता है, वो जाता है,प्रस्थान करता है, गमन करता है। आगमन ही गमन है,गमन…

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छोड़ दो छटपटाहट

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* बन्द कर दो आज़माहट।तब न होगी कसमसाहट। हाल कितना भी बुरा हो,हो लबों पर मुस्कुराहट। काम कर लो कुछ भले भी,छोड़ कर ये चौधराहट।…

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अहम् ठीक नहीं

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** यह अहम् बड़ी वारदात है,नफ़रत और फिर नफ़रत कीबड़ी शुरुआत है,यह रिश्ते बिगाड़ने कीएक जरूरी कोशिश है,असफलता से नजदीकियांइसकी एक खास वजह है। आगे बढ़ने से रोकने का,दिख रहा…

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तूने किया नहीं है न्याय

रत्ना बापुलीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)***************************************** नारी-यह कैसा अन्याय है प्रभुवर,यह कैसा अन्यायदेकर कोमल काया तूने,किया नहीं है न्यायतूने किया नहीं है न्याय। प्रभु-प्रस्तर सम धरती न कभी,जानो बीज है उगातीकोमल काया तेरी…

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