सब मिल करें निवारण

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** हो हरित वसुंधरा.... हरियाली की कमी पड़ रही,वृक्ष नित्य काटे जातेत्राण नहीं जीवन तत्वों में,मति, मन, कलुष हुए जाते। पर्यावरण प्रदूषण ने,दुनिया में कैसा ? कहर ढहायाखान-पान,…

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ममता

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)*********************************** मुँदी पलकें कन्हैया की, कमल से नैन हैं सोए,यशोदा मात की गोदी, सिमटकर लाल हैं खोयेजरा मुस्कान तो देखो, खिली है एक भोली-सी,लगे प्यारी बड़ी…

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हम करें प्रयास

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** हो हरित वसुंधरा..... वातावरण सुरम्य हर तरफ़ हरा-भरा।हम करें प्रयास सभी हो हरित वसुंधरा॥ वृक्ष हों घने-घनें लचक रहीं डालियाँ,खेतों में धान की लहरा रही बालियाँ।लुटाए…

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हर घर दिवाली हो…

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** हो हरित वसुंधरा.... चारों तरफ हरियाली हो,जीवन में खुशहाली होहरी-भरी रहे वसुंधरा,हर घर में दिवाली हो। उड़ते पक्षी नील गगन से,मंगल गीत सुनाते होंलोगों को संदेश देकर,मंजिल…

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विवशता

वंदना जैनमुम्बई(महाराष्ट्र)************************************ हो हरित वसुन्धरा.... वृक्ष खड़ा-खड़ा सुनता रहता है,नारेबाजी अपने बचाव मेंन शाखाओं को आदेश दे सकता है,आरियों से लोहा लेने कान ही जड़ों को बना कर तलवार,युद्ध लड़…

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रोको अत्याचार

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)**************************************** हो हरित वसुंधरा.... धरती की सुंदरता खातिर,अपना धर्म निभाव।पर्यावरण सुधार चलो तुम,आओ पेड़ लगाव॥ इससे जीवन दुनिया इससे,इससे ही पहचान।आओ मिलकर पेड़ लगायें,जाग उठो इंसान॥हरदम…

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उपहार धरा नित प्रकृति स्वच्छ

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** हो हरित वसुन्धरा.... प्रकृति को सहेजो चलो मनुज,प्रकृति आज शोकाकुल मन है।उसका ही संहार करे वह,मानव जीवन पर्यावरण है। जल अंबर पावक अनिल धरा,बना…

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हो हरियाली का संसार

डॉ.अशोकपटना(बिहार)*********************************** हो हरित वसुंधरा.... पर्यावरण सुरक्षित है तभी,सुरक्षित है जब अपनी वसुंधरा। जगत संसार में खूब उत्साह रहेगा,जब जीवित रहेगी अपनी यह धरा। जन-जन में हो रही अब यहां पुकार,वसुंधरा…

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धरती माँ करुणामयी

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* हरित हो वसुंधरा.... जीवन भर गाते सभी,वसुधा के तो गीत।हरियाली को रोपकर,बन जाएँ सद् मीत॥ हरियाली से सब सुखद,हो जीवन अभिराम।पेड़ों से साँसें मिलें,विकसित नव…

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कब तक सहेगी धरती अत्याचार ?

नमिता घोषबिलासपुर (छत्तीसगढ़)**************************************** हो हरित वसुन्धरा..... हरियाली पर मत करो इतना अत्याचार-दोस्त यही है आपके जीवन का आधार,आरी मत पैनी करो है जंगल की-जीवन भर दूंगा तुम्हें मैं ढेरों उपहार।…

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