जल है तो कल है

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** जल ही कल.... जल कहता-इंसान व्यर्थ क्यों ढोलता मुझे,प्यास लगने पर तभी तोखोजने लगता है मुझे। बादलों से छनकर मैं,जब बरस जातासहेजना ना जानता,इंसान इसलिए तरस जाता।…

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भुलाए न भूले तुझको सनम

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** तुम्हीं मेरे दिल थे, तुम्हीं मेरी ज़ान,बिन कुछ कहे कहाँ तुम चले गए ?न कोई शिकायत, न गिले शिकवे,बेगाना बना के अलविदा कह गए।…

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अनाथ बच्चों के लिए संवेदनशील पहल

ललित गर्गदिल्ली ************************************** भारत में नरेन्द्र मोदी सरकार की आठवीं वर्षगांठ पर कोरोना के समय अनाथ हुए बच्चों के लिए बाल-कल्याण एवं राहत योजना घोषित करते हुए बच्चों को उन्नत,…

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सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’ के २ ग़ज़ल संग्रहों का विमोचन एवं अ.भा. कवि सम्मेलन ४ जून को

उमरानाला (छिंदवाड़ा)। मप्र की ख्याति प्राप्त कवयित्री सुश्री अंजुमन मंसूरी 'आरज़ू' के ग़ज़ल संग्रह 'रौशनी के हमसफ़र' एवं 'अनवर से गुफ़्तगू' का विमोचन कला साहित्य एवं संस्कृति को समर्पित समर्थ…

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कथाकार रचना की आत्मा तो आलोचक उसके शरीर की तरह-राज्यपाल

लोकार्पण... मुम्बई (महाराष्ट्र)। भारत में शास्त्रीय एवं साहित्यिक मीमांसा की एक लंबी परंपरा है। यह पुस्तक उसी परंपरा को आगे बढ़ाती है।इस तरह के आलोचकों-समीक्षकों के कारण ही साहित्यिक कृतियों…

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योद्धा

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* दूसरी सर्जरी के बाद निरुपमा काफी कमजोर हो गई थी। वह मुश्किल से एक कमरे से दूसरे कमरे में जा सकती थी, वो भी किसी सहायता…

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डॉ. कुॅंअर बेचैन साहित्य विभूषण सम्मान मिलेगा ६ साहित्यकारों को

मुम्बई (महाराष्ट्र)। अखिल भारतीय अनुबन्ध फाउंडेशन, मुम्बई द्वारा डॉ. कुंअर बेचैन साहित्य विभूषण सम्मान से अति विशिष्ट साहित्यिक विभूतियां सम्मानित की जाएंगी। फाउंडेशन के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद कुमार…

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व्यंग्य का स्थान अख़बारों में ज़रूरी- गिरीश पंकज

इन्दौर (मप्र)। व्यंग्य का अख़बारी दुनिया में बहुत महत्व है, बिना व्यंग्य के समावेश के अख़बार अधूरा माना जाता है। वर्तमान दौर में साहित्य पत्रकारिता को भी पुनर्जीवित करना आवश्यक…

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नीर से साँसें

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* जल ही कल.... नीर लिए आशा सदा, नीर लिए विश्वास।नीर से साँसें चल रही, देवों का आभास॥ अमृत जैसा है सदा, कहते जिसको नीर।एक बूँद…

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राही

अरुण वि.देशपांडेपुणे(महाराष्ट्र)*************************************** राही जो चले राह अपनी,खुद के ही भरोसे परपाएगा मंजिल वो अपनी,लिखे मेहनत की कहानी। जो बिना रुके बिना थके,करे बेजोड़ मेहनत हर दफायश खुद पीछे आए हमेशा,यही…

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