आसमानी फूल खिलेंगे

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************** जब…समय के पार,सिर्फ एक बार…लेकर तुम्हारी शरारतें,तुम्हें अपने दिए नाम से पुकारते…आऊँगी एक बार,तुम्हारे एहसासों को देने धार…तब तुम कमाल होगे,तब तुम निहाल होगे…तुम्हारे चश्में के बढ़े…

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अद्भुत रत्न

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** बहन बेटीइनको ही सम्भालेंअद्भुत रत्न। है ये आलोककरती फ़िक्र सदासम्भाले लोक। है अरूणिमाहर रूप में सेवाबेटी, कभी माँ। बेटी महानपाती जब शिखरबढ़ता मान। निभाती रीतिजोड़ती हर कड़ीबढ़ाती…

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शोभित हिंदुस्तान हमारा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* गंगा-यमुना-सी नदियों की, बहे जहाँ शुचि धारा।वन, उपवन, हिमगिरि से शोभित हिन्दुस्तान हमारा॥ होली-दीवाली मनती है, जहाँ खुशी के मेले।जहाँ तीज-त्यौहार सभी ही, सचमुच हैं अलबेले।ईदों…

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राम आ गए

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** राम आ गए, राम आ गए,देखो बहना, देखो भैयाअयोध्या में राम आ गए,अब 'राम नीति' कब लाओगे ? देखा है हमने लड़ते-झगड़ते,स्वार्थवश सब रिश्ते बिगड़तेदेखना…

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कलाई बांधे देश दुलार

सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** जन्म-जन्म में रक्षा-बंधन का प्यार,भाई-बहन बंधे कच्चे धागे के प्यार। जीवन के हर संघर्ष में हो साथ जब,बहन बनी चिंगारी, भाई बने अंगार। देश की सीमा रक्षा…

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आगे आना होगा…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ स्वतंत्र देश और हमारी जिम्मेदारी... राष्ट्र के प्रति हमें आगे आना होगा,जिम्मेदारी हमारी है उसे निभाना होगा। दुश्मनों को सबक सिखाना होगा,देश के लिए हम…

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श्रीराम कार्य में सहायक भूमिकाओं का चित्रण ‘रघु राम हनुमंत गाथा’

इंदौर (मप्र)। सनातन संस्कृति और भारत देश की गौरवशाली पौराणिक परम्परा में भगवान श्री राम का अद्वितीय स्थान है। भगवान होते हुए भी उन्होंने अपने सभी कार्य आम लोगों की…

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भारत माँ

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** स्वतंत्र देश और हमारी जिम्मेदारी... कश्मीर से कन्याकुमारी तक, भारत को सबने संवारा हैमिली आजादी से भारत,अब लगता कितना प्यारा हैबहती गंगा-जमुना-सी नदियाँ, यहाँ की पावन धारा…

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महापर्व है ‘गणतंत्र दिवस’

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** कहने को गणतंत्र, बँधे हैं तंत्र- मंत्र से,फिर भी हम गणतंत्र रहते हैं स्वछंद सेव्यक्तिगत-धार्मिक कानून हैं गणतंत्र से,संविधान धज्जी उड़ाते कहते गणतंत्र से। बड़ी…

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रघुनंदन राघव ललित

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* रघुनंदन राघव ललित, कोशलराज सुवास।सियाराम जगबन्धु की, मुक्ति द्वार बस आस॥ आस-पास सीतारमण, अवधराज श्रीराम।लखनलाल सेवित प्रभो, राघवेंद्र अभिराम॥ काल चक्र विद्युत समा, सर्व…

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