आसमानी फूल खिलेंगे
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************** जब…समय के पार,सिर्फ एक बार…लेकर तुम्हारी शरारतें,तुम्हें अपने दिए नाम से पुकारते…आऊँगी एक बार,तुम्हारे एहसासों को देने धार…तब तुम कमाल होगे,तब तुम निहाल होगे…तुम्हारे चश्में के बढ़े…