टीस-सी भर गई उनके ना होने की…
विजयलक्ष्मी ********************************************************* आज जब वे नहीं हैं उनकी बच्चों-सी कोमल और छोटी-छोटी हथेलियों की नाजुक छुअन रह-रह कर अनुभव हो रही है। फर्क बस इतना है कि आज उस नाजुक छुअन में एक टीस-सी भर गई है उनके ना होने की। शासकीय सेवा के दौरान होशंगाबाद में स्वागत सेवा करते हुए मुझे माँ नर्मदा के … Read more