देशभक्ति

आकांक्षा चचरा ‘रूपा’कटक(ओडिशा)************************************* वीर सपूतों की गाथा,सारा भारत ही गाता हैदेख के इनका जज्बा,दुश्मन थर-थर थर्राता है।करते हैं रक्षा यह हमारी,आंतकी शैतानों से।भरा पड़ा इतिहास हमारा,वीरों के बलिदानों से…॥ मिलती…

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पायल की छन-छन से…

आकांक्षा चचरा ‘रूपा’कटक(ओडिशा)************************************* 'नारी की सौम्यता' लगती सहज तभी,सोलह श्रृंगार करके मोहक छवि सजीलीप्राण प्रिय मेरी,मेरी घर की सुहासिनी,कोमल,सुप्रिय तुम मेरे बच्चों की माँपायल की छन-छन से दिल को लुभाती…

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