बादल

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ************************************ काले बादल छा गये,नभ में चारों ओर।घूम रहे पक्षी सभी,बच्चें करते शोर॥ शीतल चलती है हवा,तन-मन भी मुस्काय।बूँद-बूँद बरसे जमीं,मन हर्षित हो जाय॥ सुंदर दिखते बाग हैं,लहराते हैं फूल।बारिश बूँदें देख कर,पत्ते जाते झूल॥ छायी सावन की घटा,आयी है बरसात।सोचे मानव देख कर,कैसे बीते रात॥ सूखे सूखे वृक्ष के,मन … Read more

फिर भी हैं मुस्काते

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ************************************ छन्न पकैया छन्न पकैया,पैदल चलते जाते।बोझ उठाते सिर पर सारे,फिर भी हैं मुस्काते॥ छन्न पकैया छन्न पकैया,सिर पर रखते झोले।मुश्किल आती राहों पर भी,फिर भी हँस कर बोले॥ छन्न पकैया छन्न पकैया,छोटे-छोटे बच्चे।नहीं शिकायत रहती इनको,होते दिल के सच्चे॥ छन्न पकैया छन्न पकैया,पैरों पड़ते छाले।देख गरीबी हालत इनकी,मुँह पर … Read more

मजदूर

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ************************************ मजदूरी का काम है,करते प्रतिदिन काम।बहे पसीना माथ से,मिले नहीं आराम॥मिले नहीं आराम,हाथ छाले पड़ जाते।सर्दी हो या ठंड,सभी श्रम करके खाते॥परिवारों को देख,रहे सबकी मजबूरी।कैसे हो हालात,करे फिर भी मजदूरी॥ कहते हैं मजदूर को,जग के वो भगवान।कर्म करें वो रात-दिन,बने नेक इंसान॥बने नेक इंसान,सभी के महल बनाते।करते श्रम … Read more

नवरात्रि

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ****************************************************** सजता सुंदर द्वार है,स्वागत करते लोग।शुभागमन हो मातु का,सभी लगाते भोगllसभी लगाते भोग,भक्त जन करते सेवा।लेते आशीर्वाद,सभी पाते हैं मेवाllसभी जलाते दीप,द्वार सुंदर है लगता।आती माता रोज,घरों में दीपक सजताll आई सबके द्वार में,माता रानी आज।शीश झुकाते लोग हैं,बनते बिगड़े काजllबनते बिगड़े काज,कामना पूरा करती।खुश होते हैं लोग,खुशी जीवन … Read more

गणेश वंदना

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ************************************************************* छन्न पकैया छन्न पकैया,बाल गणेश पधारे।मूषक ऊपर सवार करके,आये मेरे द्वारेll छन्न पकैया छन्न पकैया,बच्चे उनको भाये।सबके घर में जा-जा करके,लड्डू मोदक खायेll छन्न पकैया छन्न पकैया,सबको विद्या देते।छोटे नटखट बाल गणेशा,कभी नहीं कुछ लेतेll छन्न पकैया छन्न पकैया,गौरी पुत्र गणेशा।माता जी है पार्वती और,पिता जी है महेशाll छन्न … Read more

हार नहीं मानते

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** मजदूर हैं हम देश के,मेहनत करना जानते हैं,पसीना अपना बहाते हैं,कभी हार नहीं मानते हैं। एक-एक ईंट जोड़कर,महलों को बनाते हैं,दिनभर की मजदूरी करके,रोजी-रोटी कमाते हैं। एक-एक पैसा जोड़-जोड़ कर,बच्चों को पढ़ाते हैं,नहीं थकते हैं कभी भी हम,मेहनत खूब करते हैं। कुटिया में रह कर भी,अपना सपना पूरा करते … Read more

सही उपयोग करो जल का

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** धरती सब सूख गयी, कहाँ से हरियाली आएगी ? बूंद-बूंद पानी को तरसे, कैसे हरियाली छाएगी ? जगह-जगह पर खुदे कुआँ, जगह-जगह गडढे किए। धरती माता रूठ गयी, कहाँ से जल लाएगी॥ सही उपयोग करो जल का, जल को तुम बचाओ। जल जीवन का आधार है, व्यर्थ मत गँवाओ॥ … Read more

गुड़िया की होली

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** रंग-बिरंगे सभी ओर जी,हरियाली है छाई, फागुन की होली है देखो,गुड़िया रंग है लाई। घूम-घूम के खेले होली,सबको रंग लगाया, पापा के संग गुड़िया रानी,पिचकारी खूब चलाई। चुन्नू-मुन्नू दोनों आए,रंग साथ में लाए, गुड़िया रानी को देखकर,दंग सभी रह जाए। दादा जी मुखौटा पहने,गुड़िया को डराए, दौड़-दौड़ के खेले … Read more

आया बसंत

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** आया बसन्त का राजा है,झूम उठे हरियाली, पेड़ों पर बैठे हैं पंछी,चहके डाली-डाली। मौर आ गए आमों पर,महक लगे सुहानी, गीत गाते बच्चे सारे,दादी सुनाए कहानी। इतराती है तितली रानी,फूलों पर बैठ जाती, बड़े मजे से अपनी धुन में,गीत मधुर है गाती। मौसम लगे बड़ा सुहाना,जब बसन्त आ जाए, … Read more

तिरंगा हम फहरायेंगे

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** तीन रंगों से बना तिरंगा,आज उसे फहराएंगे, देखो भारत की चोटी पर,शान से हम लहरायेंगे। नहीं झुकने देंगे तिरंगा,इसका मान बढ़ाएंगे, वीर सपूतों के आगे हम,अपना शीश झुकायेंगे। चन्द्रशेखर और भगत सिंह का,नारा हम लगाएंगे, भारत माता की जय बोलकर,अपना शीश नवाएँगे। भारत माँ की रक्षा खातिर,हम शहीद हो … Read more