नैतिक हिन्दी वर्ण माला…
दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** अ से अनार,आ से आम, पढ़-लिख कर करना है नाम। इ से इमली,ई से ईख, ले लो ज्ञान की पहली सीख। उ से उल्लू,ऊ से ऊन, हम सबको पढ़ने की धुन। ऋ से ऋषि की आ गई बारी, पढ़नी है किताबें सारी। ए से एड़ी,ऐ से ऐनक, … Read more