भयावह है कोरोना की युगांतकारी जीवनशैली

ललित गर्गदिल्ली ************************************** ‘कोरोना’ महामारी की दूसरी लहर ने भारी तबाही मचाई,अधिकांश परिवारों को संक्रमित किया,लम्बे समय तक जीवन ठहरा रहा,अनेक बंदिशों के बीच लोग घरों में कैद रहे,अब देश के अनेक भागों में जनजीवन फिर से चलने लगा है। कोरोना विषाणु के कारण आत्मकेन्द्रित सत्ताओं एवं जीवनशैली के उदय होने की स्थितियों को आकार … Read more

तप एवं संयम की अक्षय मुस्कान का पर्व

ललित गर्गदिल्ली ************************************** अक्षय तृतीया(१४ मई)विशेष….. अक्षय तृतीया महापर्व का न केवल सनातन परम्परा में,बल्कि जैन परम्परा में विशेष महत्व है। इसका लौकिक और लोकोत्तर-दोनों ही दृष्टियों में महत्व है। इस त्यौहार के साथ-साथ एक अबूझा मांगलिक एवं शुभ दिन भी है,जब बिना किसी मुहूर्त के विवाह एवं मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। रास्ते … Read more

दलित मसीहा एवं क्रांतिकारी महामानव

ललित गर्गदिल्ली ************************************** डॉ. भीमराव आम्बेडकर जयन्ती विशेष दुुनिया-जहान और विशेषतः भारत की परिस्थितियों को एक संतुलित,भेदभावरहित एवं समतामूलक समाज की निगाह से देखने एवं दलित जाति के साथ जुड़े सामाजिक और आर्थिक भेदभावों को समाप्त करने के लम्बे संघर्ष के लिए पहचाने जाने वाले डॉ. भीमराव आम्बेडकर इसी अप्रैल महीने में जन्मे थे। मानव … Read more

होली खुशियों को बांटने का अपूर्व अवसर

ललित गर्गदिल्ली ************************************** फागुन संग-जीवन रंग (होली)  विशेष… होली प्रेम,आपसी सद्भाव और मस्ती के रंगों में सराबोर हो जाने का अनूठा त्यौहार है। ‘कोरोना’ महामारी के कारण इस त्यौहार के रंग भले ही फीके पड़े हैं या मेरेे-तेरे की भावना,भागदौड़,स्वार्थ एवं संकीर्णता से होली की परम्परा में बदलाव आया है। परिस्थितियों के थपेड़ों ने होली … Read more

प्रशासन को आचार संहिता से बांधना होगा

ललित गर्गदिल्ली ************************************** प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भले ही प्राथमिकता से सरकारी कामकाज की शैली में पारदर्शिता,तत्परता और ईमानदारी की वकालत की हो,लेकिन आज भी सरकारी कार्यशैली लापरवाह,अनुशासनहीन,भ्रष्ट एवं उदासीन बनी हुई है। आजादी के बहतर सालों के बाद भी आम आदमी शासन-तंत्र की उपेक्षा एवं बेपरवाही के कारण अनेक संकट का सामने करने को … Read more

नए वर्ष में हो जीवन,शैली का सार्थक संकल्प

ललित गर्गदिल्ली ************************************** नए वर्ष का स्वागत हम इस सोच और संकल्प के साथ करें कि हमें कोरोना महामारी को अलविदा कहते हुए कुछ नया करना है,नया बनना है,नए पदचिह्न स्थापित करने हैं। बीते वर्ष की पीड़ाओं,दर्द एवं प्रकोप पर नजर रखते हुए उन पर नियंत्रण पाने का संकल्प लेना है। हमें यह संकल्प करना … Read more

हिन्दीःविश्व में प्रतिष्ठा,देश में उपेक्षा क्यों ?

ललित गर्गदिल्ली ****************************************************** हाल ही में एथनोलॉग द्वारा जारी प्रतिवेदन के अनुसार हिंदी विश्व में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा बन गई हैl वर्तमान में ६३७ मिलियन लोग हिंदी भाषा का उपयोग करते हैं। हिंदी भारत की राजभाषा है। सांस्कृतिक और पारंपरिक महत्व को समेट हिंदी अब विश्व में लगातार अपना फैलाव कर … Read more

सकारात्मक सोच से संकल्पों को बुनें

ललित गर्गदिल्ली ****************************************************** कोरोना महासंकट से उबरते हुए हमें एक नयी जीवनशैली विकसित करनी होगी,जिसमें नकारात्मकता,अवसाद और तनाव के अंधेरों को हटाकर जीवन को खुशियों के संकल्पों से भरना होगा। ऐसा करना कोई बहुत कठिन काम नहीं,बशर्ते कि हम जिंदगी की ओर एक विश्वास भरा कदम उठाने के लिए तैयार हों। डेन हेरिस एक सवाल … Read more

समाज सुधार के लोकनायक रहे गुरु वल्लभ

ललित गर्गदिल्ली ****************************************************** विश्व पटल पर कतिपय ऐसे विशिष्ट व्यक्तित्व अवतरित हुए हैं जिनके अवदानों से पूरा मानव समाज उपकृत हुआ है। ऐसे महापुरुषों की परम्परा में जैन धर्मगुरुओं एवं साधकों ने अध्यात्म को समृद्ध एवं शक्तिशाली बनाया है। उनमें एक नाम है युगवीर,क्रांतिकारी आचार्य श्रीमद् विजय वल्लभ सूरीश्वरजी का। वे बीसवीं सदी के शिखर … Read more

देश की दिनचर्या के नियोजन की जरूरत

ललित गर्गदिल्ली ****************************************************** राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने पहली बार ऐसा सर्वे करवाया है जिससे पता चलता है कि देशवासी रोज के २४ घंटों में से कितना समय किन कार्यों में बिताते हैं। यह समय उपयोग सर्वे पिछले साल जनवरी से लेकर दिसम्बर के बीच हुआ और इससे कई ऐसी महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आईं जो आगे … Read more