`अग्निशिशु` रहे शहीद खुदीराम बोस

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ जन्म दिवस-३दिसम्बर १८८९ विशेष………… भारतमाता की वीर सन्तान शहीद खुदीराम बोस (बंगाली उच्चारण में क्षुदीराम बोस) को श्रद्धांजलि अर्पण…। भारतमाता की महान आत्मत्यागी वीर सन्तान शहीद खुदीराम बोस,जिन्होंने भारत की स्वतन्त्रता के आन्दोलन में पराधीनता की ग्लानि से देश को मुक्त कराने के लिए अपने को अर्पित कर दिया। … Read more

अटूट विज्ञानी रहे आचार्य जगदीश चन्द्र बसु

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ भारत व विश्व के महान वैज्ञानिक, रेडियो के जनक तथा भौतिक शास्त्र,जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, पुरातत्वविद,बहु शास्त्र में ज्ञानी,विज्ञान विषयक लेखक,सी.एस.आई, सी.आई.ई.एफ.आर.एस.भारत का पहला विज्ञानी जिनको अमेरिकन पेटेन्ट मिला। ‘नाइट’ उपाधि से सम्मानित,रायल सोसायटी लंदन के फैलो डॉ. जगदीश चन्द्र बसु को श्रद्धापूर्ण प्रणाम। अति साधारण प्रयोगशाला एवं अल्प … Read more

हे विधाता,मैं भी बच्चा हूँ

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ विश्व बाल दिवस स्पर्धा विशेष……….. बाल हूँ मैं,तेरा प्यारा लाल नन्हा,कान्हा चंचल भोला, हूँ मैं गीला जैसे मिट्टी का ताल- जैसे बनाओगे वैसे ही बनूँगा। अनचाहत हूँ मैं,बेसहारा छोड़ जाते हैं छिप कर माँ-बाप, सड़क किनारे,बनाकर मुझे आवारा- बताए विधाता,यह आशीर्वाद या अभिशाप ? कौन है माँ-बाप,नहीं है ठिकाना … Read more

व्यथित दीप

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ उत्सव-अनुष्ठानों में, मंगलदीप नाम से मुझे बिठाया था पूजा स्थान में- तुमने,श्रद्धा सुमन दिल से। आनन्द विभोर मैं, खुशी से नाचे मेरा शिखा हावया के- ताल तालों से, बिखरकर रश्मि तुम्हारें आँगन में। जला मेरा मुँह अग्निताप से- फिर भी,स्नेहाशीष दिया हूँ, तहे दिल से-सदा विराजे सुख-शांति तेरे संसार … Read more

धार्मिक एवं सत चरित्र गठन के लिए सेवारत रहे गुरु नानक देव जी

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ गुरु नानक देव जी जयंती विशेष………. वाहे गुरु नानक देव जी की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पण, वाहे गुरु,वाहे गुरु,वाहे गुरुl सत श्री अकाल जी। साम्प्रदायिकता से मुक्त तथा जातिगत सामाजिक कुरीतियों के नागपाश से मुक्त समाज व्यवस्था के संस्थापन से ही संसार तथा विश्व में स्थायी शान्ति संस्थापन संभव … Read more

तुलसी देवे नमः नमः

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ “यत्र नार्य्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:” (मनुसंहिता) नारी ही आदि शक्ति,आधार स्वरूपा महाशक्ति,महालक्ष्मी, महासरस्वती। सृष्टि स्थिति विनाशानां शक्तिभुते सनातनी! सुधामृत सिंचित करते हुए सृष्टि तथा संतान पालनकर्ती। नारी ही जगत प्रसूता,जननी। आदि अंत काल से संसार का आपातकाल में विश्व त्रिभुवन को रक्षाकर्ती एकमात्र आदिशक्ति महामाया ही नारी!” अत्याश्चर्य … Read more

विराजित हैं आप सकल प्राणों में

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ प्रतिपल सुन रहा हूँ,आपकी निशब्द पदध्वनि अंतरमन से,आपका आगमन, निर्भीक हूँ मैं,आपकी प्रतीक्षा में कब होगा महामिलन! जानता हूँ मैं, रहूंगा विलय आपमें, ले जाएंगे आप,अपने साथ- अंतहीन महागर्भ में, हे कालभैरवी माते। श्रृंगाररत हूँ जन्मलग्न से, वर्धित काया-कांति- यतन से,रूप-रस से, सुरक्षित है आपकी आहुति। जाने के पहले,चाहता … Read more

स्नेहमयी माँ

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ शरतकाल,ऋतु चक्र में, आई है माँ धरती में। उल्लास भरे प्रकृति में, श्रृंगार किये रंग-बिरंगे साजों से। शुभ्र बादलकी कश्ती से, तैरने लगे मन मुक्ताकाश में। धान का शीश झूमे क्षेत्रों में, हिमेल हवा के हिल्लोल से। शुभ्र ज्योत्स्ना के स्पर्श से, कुश के वन भी नाचने लगे। माँ,आपके … Read more

दानवीर दया के सागर रहे `विद्यासागर`

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ इंसान के हृदय में त्याग का उदय तब होता है,जब दया का स्रोत अप्रतिहत प्रवाहित होने लगता है। स्वयं का सर्वस्य त्याग करते हुए पीड़ित मनुष्यों का उपकार करने के लिए मन सदा अनुप्रेरित होने लगता है,उसके लिए ऋण ही क्यों न करना पड़े,पीड़ितों की सेवा करनी ही होगी,वैसी … Read more

सृष्टि का उदगम हो तुम

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ विश्व कन्या दिवस विशेष………. सृष्टि का उदगम हो तुम कन्या, छोटी-सी कोमल पंखुरियाँ। तुम ही हो सुंदरी तिलोत्तमा, रसकुम्भ धारिणी,जगत प्रसूता कन्या। तुम ही हो धात्री,जगत जननी, दुलारी के रूप से जग में अवतारिणी। अभिमानिनी,चंचला,नटखटी, रह-रह गूंजती है आपकी नुपुर ध्वनि। छोटी-छोटी कलाइयों में शोभे कंगना, लाल टिप और … Read more