कैसे भूल जाऊं उनको…
संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** हूँ जो कुछ भी आज मैं,श्रेय में देता हूँ उन शिक्षकों कोजिन्होंने हमें पढ़ाया-लिखाया,और यहां तक पहुंचाया।मैं उनके योगदानों को,इसलिए सदा में उनकी,चरण वंदना करता हूँ॥माता-पिता ने पैदा किया,पर दिया गुरु ने ज्ञान।श्रेय में देता हूँ इन सबका,अपने उनको शिक्षकों को।जिनकी मेहनत और ज्ञान से,बन गया पढ़ा-लिखा इंसान।रहे अँधेरा भले उनके जीवन … Read more