किसी पर तो आएगा…
संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** न दिल की प्यास,मेरी बुझती हैन दिल को,चैन मिलता है।पर न जाने,क्यों तुम्हारी यादेंदिल से,जाती नहीं हैll कदम-कदम पर,तुम याद आते होदिल की गहराइयों में,क्यों समाए हो।क्या रिश्ता है,तेरा और मेराएक बार सामने,आ के बताओ तो तुमll कसम उस खुदा की,जिसने तुझे बनायाऔर मोहब्बत को जगाने,मेरे दिल में क्यों आए।दिल में बसा … Read more