कार्य-भार

मीरा जैन उज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** ‘कल से ‘कोरोना’ के चलते सभी लोग घर पर हों तो सभी के खाने की फरमाइशें अलग-अलग..ऊपर से दोनों कामवाली बाईयां छुट्टी पर। ओ-हो…! कल से क्या होगा मेरा! कैसे करूंगी इतना काम…?’ यही सोच-सोच रवीना का मन अत्यंत व्यथित हो रहा था। प्रतिदिन की तरह अगली सुबह भी आ गई … Read more

साथ छूटे ना

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ सामाजिक सम्बन्ध और दूरी स्पर्धा विशेष……….. मजबूरियाँ- सामाजिक सम्बंध, और दूरियाँ। साथ छूटे ना- अटूट हो बन्धन, कोई रूठे ना। हो अनुबंध- कभी नहीं बिगड़े, अच्छे संबंध। यही है रीत- भूल के नफ़रत, रखना प्रीत। कर सम्मान- सामाजिक सम्बन्धों, का रख ध्यान। परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ … Read more

अक्षय तृतीया:सामाजिक व सांस्कृतिक शिक्षा का अनूठा त्यौहार

श्रीमती अर्चना जैन दिल्ली(भारत) *************************************************************** अक्षय तृतीया २६ अप्रैल विशेष……………. अक्षय तृतीया का दिन भारतभर में कई त्योहारों के रूप में मनाया जाता है। अक्षय तृतीया को ‘आखातीज’ भी कहते हैं। यह पर्व वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है। कहा जाता है कि इस दिन जो भी कार्य किए जाते … Read more

सामाजिक मूल्यों को पोषित करती कृति ‘सपनों के सच होने तक’

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** पुस्तक समीक्षा………………. एक कविता जितनी देर में पढ़ी या सुनी जाती है, उससे हजार गुना अधिक समय में वह कागज पर अवतरित होती है,और उससे भी हजार गुना समय उस विषय को चिंतन-मनन करने में कवि लगाता है। लब्ध प्रतिष्ठित कलमकार राजकुमार जैन ‘राजन’ की कविताओं का दूसरा संग्रह ‘सपनों … Read more

सपनों में भी,दिखने लगे हैं

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** मुझे मजा आता है, तेरे चेहरे को देखना। दिल खिलता जाता है, तुम्हें मुस्कराते देख कर। पता नहीं ये क्या है, पर धड़कनें बढ़ा देता है। और दिल में प्यार को, निश्चित जगा देता है॥ सपनों में भी अब, वो दिखने लगे हैं। सोते-जागते भी सामने, वो ही वो दिखते हैं। … Read more

अमेरिका और चीन की नूरा कुश्ती का दुष्परिणाम ‘कोरोना’ का दंश!

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** हमारे यहाँ एक कहावत है कि दो सांडों की लड़ाई में खेत की बिरवाई का नुकसान होता है। यही दोस्ती सत्कार्य में हो तो उस जैसा सुख नहीं। और यदि दोस्तों की दुश्मनी से उनका खुद नुकसान होता है,तो उनका दुष्प्रभाव अन्यों को भी भोगना होता है। चीन और अमेरिका प्रभुत्व … Read more

भारत से है अब भगाना

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** को को को से क्या रोना, ना ना ना किसी से है मिलना। अपने घरों में बस है रहना, फिर ‘कोरोना’ से क्या है डरना॥ रोग कुछ ऐसा है आया, कोई इसे समझ न पाया। दवा न इसकी बना कोई पाया, डॉक्टरों ने दूरी का उपाय बताया॥ अब सबको मिल कर … Read more

जैनाचार्यों का वनस्पति ज्ञान बहुत जनउपयोगी

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** आयुर्वेद शास्त्र में यह उल्लेख किया गया है कि,संसार की प्रत्येक वस्तु औषधि है,इसके अलावा कुछ नहीं। हम उनके बारे में नहीं जानते,तब उन्हें उपेक्षित कर देते हैं,पर जानकार उनका उपयोग औषधि के रूप में कर लेता है। वर्तमान में मानव जाति द्वारा जन्म से ही अंग्रेजी औषधि का उपयोग करने … Read more

कैसे भूल जाऊँ..

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** हाँ,मोहब्बत है मुझे, अपनी तन्हाई से। जो तुम्हारे करीब, ले आती है। और प्यार के सागर में, डुबा देती है। जहाँ हम अपने को, जन्नत में पाते हैं॥ हाँ,मोहब्बत है मुझे, उन ख्वाबों से। जो रोज नींद में, तुम दिखाते हो। और अपने पास, हमें बुलाते हो। और स्नेह-प्यार से, हमें … Read more

कर्त्तव्य

मीरा जैन उज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** शंभू पुलिस वाले के सामने हाथ जोड़ विनती करने लगा- ‘साहब जी! मेरी ट्रक खराब हो गई थी इसलिए समय पर मैं अपने शहर नहीं पहुंच पाया। प्लीज जाने दीजिए साहब जी।’ पुलिस वाले की कड़कदार आवाज गूंजी- ‘साहब जी के बच्चे! एक बार कहने पर तुझे समझ में नहीं आ … Read more