मोहन के प्रेम रंगो
सुबोध कुमार शर्मा शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* प्रेम करो मोहन से, जहां खुशियां बिलसे। मोह माया छोड़ राधा, चरणों में जाइए॥ मोहन के प्रेम रंगो, ज्ञान तिमिर से जगो। मुरली की तान सम, मन में बजाइए॥ सुमन से काम करो, दु:ख भाव नाही धरो। भगवत भजन को, उर में समाइये॥ मोह उर से निकाल, कुकर्म न होय … Read more