माँ

विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** माँ नहीं होती संसार नही होता, पर्वत से भी ऊंचा चाँद नहीं होता। सूरज की किरणों में प्रकाश नहीं होता, आसमान से पानी की बरसात नहीं होती। न कहीं राम होता न कहीं श्याम होता, हर जगह सुनसान ही सुनसान होता। समुंदर की लहरें आसमान को छूती, धरती का पता नहीं … Read more

चलो करें वादा

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** तड़पकर उम्र गुज़री है,ज़ुदाई अब न दो ज्यादा। रहा जीवन बहुत नीरस,बहुत बोझिल बहुत सादा। ज़ुदा होकर के जीना और मरना दोनों है मुश्किल- नहीं होंगे ज़ुदा अब हम,चलो दिल से करें वादा। परिचय-अवधेश कुमार विक्रम शाह का साहित्यिक नाम ‘अवध’ है। आपका स्थाई पता मैढ़ी,चन्दौली(उत्तर प्रदेश) है, परंतु कार्यक्षेत्र की वजह … Read more

चन्द्रयान-दो

बिनोद कुमार महतो ‘हंसौड़ा’ दरभंगा(बिहार) ********************************************************************* भेजा है फिर चाँद पर,’इसरो’ ने चन्द्रयान। दुनिया में भारत बना,चौथा देश महान॥ चौथा देश महान,इसकी लागत न ज्यादा। औरों की क्या बात,यहाँ आधे से आधा॥ कह ‘बिनोद’ कविराय,हर्षित हुआ कलेजा। इसरो पर है गर्व,चाँद पर इसको भेजा॥ परिचय : बिनोद कुमार महतो का उपनाम ‘हंसौड़ा’ है। आपका जन्म १८ जनवरी … Read more

बधाई

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** चन्द्रयान आकाश में,सफल उड़ा अभियान। अभिनंदन-बधाईयाँ,वैज्ञानिक सम्मानll भारत जन-मन है मुदित,कृतज्ञ बना विज्ञान। जीत निशाकर दूर नहीं,पूर्ण हुआ अरमानll साधुवाद वैज्ञानिकों,हमें आप पर नाज। भारत है अब विश्व में,अंतरिक्ष सरताज़ll पुलकित हम साफल्य से,चन्द्रयान-दो आज। जनमानस बधाईयाँँ,हो भारत समाजll दे निकुंज का कवि हृदय,साश्रु मुदित अभिमान। वर्धापन वैज्ञानिकों,आप … Read more

फौजी

देवेन्द्र कुमार ध्रुव गरियाबंद(छत्तीसगढ़ ) ************************************************************************** वतन परस्ती के जमाने में बनते हैं किस्से, देश पर मर मिटने वाले होते हैं फरिश्ते, वो मरकर भी,दुनिया में अमर हो जातेे हैं, शहादत आती है,जिन लोगों के हिस्से। दिल में रखते हैं जज्बा,रगों में होता जुनून, देश के काम आकर पाते हैं,चैन और सुकून, किसी भी बात … Read more

हो जाता कल्याण

अवधेश कुमार ‘आशुतोष’ खगड़िया (बिहार) **************************************************************************** घन भू पर वितरण करे,जल निधि का बन दूत। जल लेकर गगरी कहे,निधि निंदित,मैं पूतll रामायण,जयसंहिता,वेद ज्ञान भंडार। सारे कवियों ने लिया,इनसे ज्ञान उधारll कविगण जो भी बाँटते,सब है जूठा ज्ञान। नहीं परोसा आज तक,एक नया पकवानll जैसे बादल धूप में,ला देता है छाँव। त्यों रज लाती ज्ञान है,छूते … Read more

सबक सिखा दो…

बिनोद कुमार महतो ‘हंसौड़ा’ दरभंगा(बिहार) ********************************************************************* कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. आतंकवादियों को भेज सदा, तंग करता रहता पाकिस्तान। घुसपैठियों को सबक सिखा दो, ऐ भारत के वीर जवान। आपस में हो भाईचारा,नहीं किसी से कोई क्लेशl अटल बिहारी गए लाहौर को,लेकर शांति का संदेशll मगर शरीफ न रहे सरीफ,स्वार्थ के वृक्ष को रोप दिया। … Read more

कारगिल के जाँबाज

पवन गौतम ‘बमूलिया’ बाराँ (राजस्थान) ************************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. एक सैनिक जहाँ छोड़ जाने लगा, था खड़ा वो हिमालय थरथराने लगा। लड़खड़ाकर गिरा होश जब खो गया, आसमाँ भी आँसू बहाने लगाll सरहदें कह उठी जय हो तेरी जवाँ, तू अकेला था दुश्मन कई थे वहाँ। तूने खाई ना गोली अरे सामने, घाव … Read more

नमन कारगिल के शहीदों को

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. बार-बार भी हार कर,पाकी नहीं सुधार। पीछे से फिर कारगिल,आतंकी सह वारll सियाचिन अरु ग्लेशियर,जब बर्फिली साज। गद्दारी की पाक बन,घुसपैठी हिमराज॥ काँप रहे थे गात्र जब,जीरो नीचे ठंड। आतंकी सेना चढ़ी,भारत करने खण्ड॥ चली बसें सदभावना,भारत से लाहौर। बदले में घुसपैठ कर,पाक … Read more

आओ विजय दिवस मनाएं…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. दुश्मन हमसे हारा था,जीत अभियान हमारा था, कारगिल जीता सारा था,जय-जय भारत नारा था। करनी ऐसी कर दी भारी, सीमा पर थी गोलाबारी। पाक ने कर दी थी गद्दारी, घुसपैठ सीमा पर थी जारी। यह दुश्मन का इशारा था,बज गया युद्ध नगाड़ा … Read more