भाई स्नेह की डोर
ममता बैरागी धार(मध्यप्रदेश) ****************************************************************** भैया पिता का रूप है, माता का स्वरूप। भाई से खुशियां मिलती, भाई स्वागत द्वार। भाई अच्छा मित्र होता, भाई से बढ़ कर कोई नहीं यह सुंदर,सुगंधित इत्र। भाई-बहन का पावन रिश्ता, दोनों स्नेह की डोर। आओ आज मिलकर मनाएं, प्यारा यह त्यौहार। इस दिन मिलती हमें, सबसे प्यारी खुशियां अपार॥ … Read more