‘वेदने तू धन्य है री!’ दर्द का दरिया
मनोज कुमार सामरिया ‘मनु’जयपुर(राजस्थान)*************************************** आधुनिक मीरा महीयसी महादेवी वर्मा को समर्पित यह गीतांजलि विरह गीतों का नायाब नमूना है। यह पुस्तक ६२ गीतों को समेटे हुए है। वेदना को संबोधित शीर्षक गीत ‘वेदना तू धन्य है री!’ महाकवि पंत की इन पंक्तियों को प्रमाणित करता जान पड़ा-‘वियोगी होगा पहला कवि,आह से उपजा होगा गान।निकलकर आँखों … Read more