सौभाग्य हमारा,कि ऐसा ‘पिता’ मिला
मयंक वर्मा ‘निमिशाम्’ गाजियाबाद(उत्तर प्रदेश) *************************************** ‘पिता का प्रेम, पसीना और हम’ स्पर्धा विशेष….. सोचा के कुछ लिख दूं आपके लिए,पर मौका ही कब दिया कुछ कहने के लिए। मन में क्या चल रहा है कब बताया ?सब ठीक है या कुछ दिक्कत! हमें कब जताया ? कब पता चलने दिया कि पैसे कहां से आते … Read more