नया जमाना
शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** नया है जमाना न समझो पुराना।यहाँ सब सुनाते हैं अपना तराना। भुला दी है सबने वो’ संस्कृति पुरानी,कहाँ अब कोई सुनता किस्से कहानी।हुए मस्त अपने में’ सब आज ऐसे,नहीं कोई उनका जगत में हो जैसे॥दिखे अब नहीं प्यार दिल में पुराना,नया है जमाना न समझो…॥ हुए आधुनिकता में ऐसे दिवाने,लगे माँ-पिता … Read more