डोर

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** क़िस्मत की लकीरें, कुछ अजीब होती हैं कैसे कहें चाहती क्या हैं, बंध जाती कहीं और है। क़िस्मत… रिश्तों की डोर मिली, नन्हीं कली समझने लगी फिर उसी में ढलने लगी, होंठों की हँसी छुपने लगी। क़िस्मत… कुछ सपने भी बिखरे, खामोशी में डूबे चेहरे कब होती दिन-रात ये, छाने लगे … Read more

बिन मौसम बरसात

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** बिन मौसम बरसात हो गई, बूंदों की बौछार हो गई बदली जग ने काया, मेरा मन हर्षाया…l थोड़ा-सा शरमाया…ll ठंडी-ठंडी पवन चले, हाय ये हमको सर्दी लगे पत्ते-पत्ते बूटे-बूटे, डालियों पर लटके उल्टे कैसा मौसम आया मन मेरा हर्षाया…l बिन मौसम…ll गुन-गुन,गुन-गुन भंवरा करे, कलियों के नखरे बड़े गुलशन-गुलशन महक गये, … Read more

हार्ट अटैक

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… राजू और ममता जल्दी-जल्दी तैयार होकर स्कूल गए। जाएं क्यों नहीं,आज आखरी दिन था। बड़े दिन की छुट्टियां जो मिलने वाली थी। इस बार मम्मी-पापा के साथ बच्चों ने बाहर घूमने का प्रोग्राम बनाया था। छुट्टी होते ही बच्चे घर आकर माँ से लिपट गये,जैसे … Read more

मन की बात

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** इधर-उधर, जाने किधर है छोटा-सा, मेरा जिगर ढूंढ रही हूँ, कैसा धुरंधर…l खोजूं कैसे, रहता है किधर किन गलियों में, किन राहों में किसके पास, किसने चुराया किसकी बाँहों में, किसने पाया मेरा जिगर, कैसा धुरंधर…l आजा मेरे पास, मेरी साँसें तेरे संग, मन महकता तेरे तन से, कैसे खोजूं कैसे … Read more

बाल दिवस

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** विश्व बाल दिवस स्पर्धा विशेष……….. छोटे बच्चे ये दुलारे,कितने सलोने हैं ये, भोली मुस्कान इनकी,प्यार समझाइए। जैसा हम सँवारेंगे,वैसे बन जायेंगे ये, देना संस्कार इनको,जिंदगी संवारिए। माता-पिता साथ रहे,दादा-दादी पास रहे, पायेंगे जो आपसे ये,उसे ही लौटायेगें। जात-पात छोड़िए ना,सही बातें करिए ना, बुद्धि के हैं भोले सब,बातों में ना लाइए। … Read more

दिल ना दुखाना

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** बात बहुत जरा होती है, छुपती उभरती रहती है मैंने तुमको अपना माना, देखो मेरा दिल ना दुखानाl     अभी नया है प्यार हमारा, नई-नई पहचान है सूरज की किरणों जैसी, खिली-खिली मुस्कान है फिर मुझको ना आजमानाl देखो मेरा दिल…     मैंने अपनी जीवन रेखा, तुम्हारे संग में … Read more

प्रकृति

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** चलते-चलते, दूर निकल गई इन वादियों में, खो गई… कितनी खूबसूरत है ये ज़मीं,ये आसमां, ये सारी प्रकृति…l   जाऊंगी कहां, पता नहीं आसमां झुक रहा है, शायद वहां तक मन में सवाल है, हजारों ख्याल है ये प्रकृति…l   रंग-बिरंगे फूल, हरी-भरी वादियां लम्बे ऊंचे पेड़, बतियाती ये डालियां ये … Read more

प्रतिभा के धनी थे सरदार वल्लभ भाई पटेल

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल आपकी अच्छाई आपके मार्ग पर बाधक थी,इसलिए अपनी आँखों को क्रोध से लाल होने दीजिए, और अन्याय का मजबूत हाथों से सामना करने दीजिए। वल्लभ भाई पटेल का जन्म ३१ अक्टूबर १८७५ को हुआ। इस महापुरुष का जन्म नाडियाड गुजरात में एक लेवा कर्जर प्रतिहार … Read more

माँ की प्रतीक्षा…

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** माँ तुम कहां हो! जानती हूँ तुम नहीं हो, फिर भी मेरे ज़हन में बसती हो, माँ कहां हो! हर पल तुम्हारी, प्रतीक्षा रहती है…। आओ ना माँ, मेरी हर गलती भुलाने वाली , मुझे सीने से लगाने वाली माँ, तेरी हमेशा प्रतीक्षा रहती है…। बहुत अकेली हूँ माँ, बहुत दिनों … Read more

दर्पण मेरा मन

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** बहुत दिनों बाद देखा, दर्पण में अपने-आपको एक खामोशी चेहरे पर, आँखों में देखा सूनापन काजल की ना धार है, ना ही किसी की तलाश हैl बहुत दिनों… कुछ रेखाएं माथे पर, बालों की सफेदी देखी मन कहीं फिर को गया, इक दौर जीवन का खो गया उलझे रहे उन रिश्तों … Read more