प्रेम की भाषा

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. कई सालों से माता-पिता चारु से शादी करने को कह रहे थे,परंतु चारु शादी करने के लिए तैयार नहीं हो रही थी। चारु ३२ वर्ष हो चुकी थी। उम्र बढ़ने के साथ-साथ माता-पिता की चिंता भी बढ़ती जा रही थी।अचानक एक दिन चारु के ऑफिस में उसके … Read more

भूमिगत जल का संरक्षण आवश्यक

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) *************************************** ज से जल जीवन स्पर्धा विशेष… मनुष्य अपने जीवन-यापन के लिए प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर रहता है,जिसमें जल,वायु,मृदा,वन,जैव विविधता,खनिज,जीवाश्म ईंधन इत्यादिशामिल है।इनमें से जल एकमात्र ऐसा प्राकृतिक संसाधन है,जो प्रत्येक जीव,पौधे एवं जंतुओं को एक समान आवश्यकता होती है। अतः,पानी की खपत बहुत अधिक है। जल का संरक्षण जीवन का संरक्षण है,क्योंकि … Read more

फाग संग-जीवन रंग

श्रीमती पूर्णिमा शर्मा पाठकअजमेर (राजस्थान)********************************************** फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष… खिले फागुन संग जीवन के रंग,आओ सखियों बज गए चंगकान्हा आये राधे आई,ललिता ने जी भरधूम मचाई।उद्धव ने रंग टेसू घोला और,कान्हा से मुड़ कर यूँ बोलाले लो कान्हा तुम ये,स्वर्ण पिचकारीसब सखियनपर,सब रंगों में पड़ेगी भारी,स्वर्णिम बनी मोतियन जड़ी हैइंद्रधनुषी रंगों से भरी … Read more

मधुमास बसंत

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** वसंत पंचमी स्पर्धा विशेष ….. शीत ऋतु का अवसान लिए,अनुराग की उष्णता लिएअतुलनीय ज्ञान का संदेश लिए,आई माघ पंचमी हर्ष लिए। कोहरे की हो गई विदाई,नभ से रजत धूप है आईमंद-मंद सुगंधित पवन चली,हम सबका मन मोह चली। प्रकृति हुई अलंकृत,सोलह कलाओं से दीप्तबसंत में निखरता यौवन,कवि करता काव्य सृजन। कोयल की … Read more

हम-तुम साथ-साथ

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************** काव्य संग्रह हम और तुम से कुछ तुम मुझसे कहो,कुछ मैं तुमसे कहूंहम-तुम साथ साथ यूँ ही,प्यार भरे संवाद करते रहें। कुछ धागा तुम बुनो,कुछ तागा मैं बुनूंहम-तुम साथ साथ यूँ ही,गृहस्थी का ताना-बाना बुनते रहें। कुछ दूर तुम चलो,कुछ दूर मैं चलूंहम-तुम साथ साथ यूँ ही,सुख-दु:ख के पथ पर चलते रहें। … Read more

रिश्तों की डोर

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष…. आज संक्रांति के त्योहार पर हमेशा की तरह छत पर पतंगबाजी का कार्यक्रम था। घर के सभी सदस्य तीनों बेटे,तीनों बहुएं,बच्चे,सास,ससुर सुबह से ही छत पर आ गए थे। सभी में पतंग उड़ाने का बहुत उत्साह था। सुबह से ही सबने नाश्ते की तैयारी कर ली थी,परन्तु घर … Read more

अटल जी संवेदनशील कवि व्यक्तित्व

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. राष्ट्रपुरुष,सच्चे देशभक्त,हिमालय-सा विराट व्यक्तित्व,भारत की जनता के हृदय में विराजित अविस्मरणीय अटल बिहारी वाजपेयी एक सफल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ कवि हृदय भी थे। उन्हें अपने पिता से विरासत में स्वत: ही काव्य रचना का गुण मिला था। अटल जी की रग-रग में काव्य … Read more

शरद पूर्णिमा की चाँदनी

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** शरद पूर्णिमा स्पर्धा विशेष….. आज निकला है चाँद,लिए हुए अपनी पूर्णताlबिखेर रहा है चाँदनी,शीतलता लिए हुएlशुरु हुई शरद ऋतु,मंद-मंद ठंडी बयारlकरती ऋतु परिवर्तन,सबको करती मदमस्तlकौन है जो नहीं करता,अपनी प्रेमिका की तुलनादेते उपमा उस चाँद कीlजैसे नहाई दूधिया रोशनी मेंसोलह कलाओं से युक्तकरते सुंदरता का बखानlहम सब हैं जिसके साक्षी,करते हैं अमृतपानlकोई … Read more

जीने की कला है तुलसीदास रचित ‘रामचरित मानस’

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** महाकवि गोस्वामी तुलसीदास (२४ जुलाई) जयंती स्पर्धा विशेष तुलसी कृत ‘रामचरित मानस’ के जीवन आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं। कवि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस एक सुप्रसिद्ध महाकाव्य है,जिसमें भगवान श्री राम के संपूर्ण जीवन और उनके चरित्र का वर्णन किया गया है।रामचरितमानस ग्रंथ में श्री राम को एक आदर्श चरित्र … Read more

महाराणा और अकबर बनाम `महाभारत`

डॉ.पूर्णिमा मंडलोई इंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. महाराणा प्रताप और मुगल बादशाह अकबर के बीच `हल्दी घाटी` का युद्ध कौरव और पांडवों के बीच `महाभारत` युद्ध की तरह ही विनाशकारी सिद्ध हुआ। इन दोनों ही युद्ध में बहुत सी समानताएं थीं,जैसे-मुगलों के पास कौरव के समान सैन्य शक्ति अधिक थी,तो महाराणा प्रताप … Read more