करूँ नित्य आराधना
शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)***************************************** सत्य की मैं करूँ,नित्य आराधना,प्रेम का स्तवन,ज्ञान की साधना।भाव का प्रस्फुटन दिल में होता रहे-शारदे आपसे बस यही अर्चना॥ तुम्हारे स्नेह की मंदाकिनी में आचमन करके,हुआ पावन हमारा मन तुम्हारा स्तवन करके।हुए हैं प्रस्फुटित अतःकरण में भाव जो निर्मल-उन्हें ही गूँथता ‘शिव’ शब्द में तुमको नमन करके॥ परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक … Read more