मखमल से आभास हुए…
नरेंद्र श्रीवास्तवगाडरवारा( मध्यप्रदेश)**************************************** जब से हम-तुम साथ हुए हैं,जीवन के पल खास हुए हैं।पल-पल खुशियों में बीतें अब,मखमल से आभास हुए हैं॥ तनहाई का आलम तम-सा,पुरवाई का संग मद्धिम-सा।गीत विरह के क्रंदन जैसे,शहनाई का स्वर मातम-सा।पर अब सब कुछ बदल गया है,अब हर पल मधुमास हुए हैं,पल-पल खुशियों में बीतें अब,मखमल से आभास हुए हैं…॥ … Read more