स्वागत २०२१

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ************************************************** कितने ही कड़वे अनुभव देकर साल २०२० बीत गया…इसके शुरुआती कुछ महीनों को छोड़ दें तो लगभग पूरा साल ही भय,असमंजस और आशंकाओं से भरा रहा…।जिंदगी जैसे ठहर-सी गई…कामकाज ठप, आवाजाही बंद और सब अपने घरों में कैद…। हर कोई बेरोजगारी,पलायन,बीमारी,अकेलेपन,भय, अवसाद,इलाज और संक्रमण से दो-चार होता रहा…। अपने … Read more

यह अहसास नाजुक-सा

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** जिंदगी में क्या खोया,क्या पाया,इसका हिसाब-किताब करने बैठो तो सचमुच एक कहानी बन जाती हैlयह जिंदगी तो न जाने कितने रंग दिखाती है…कितने ही सांचे में ढलकर सामने आती है। बीते हुए कल की कुछ आधी-अधूरी यादें,कुछ कही-अनकही कहानियाँ,यही तो जिंदगी भर की कमाई होती है।कैसे-कैसे अहसास देती है … Read more

कुशीनगर की यात्रा

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** कुशीनगर की यात्रा केवल भगवान बुद्ध के परिनिर्वाण स्थल का भ्रमण नहीं, बल्कि जन्म और मृत्यु के बीच जीवन यात्रा के उद्देश्य और अभीष्ट को जानने समझने का एक मार्ग है।भगवान बुद्ध के जन्म,बोधिसत्व की प्राप्ति और उनके महापरिनिर्वाण से जुड़े स्थलों को देखने की इच्छा बचपन से ही … Read more

देश को बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** ‘कोरोना’ के आँकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं और जिंदगी जो ठहर-सी गई थी,धीमे-धीमे रफ्तार भी पकड़ने लगी है। कुछ कंटेनमेंट क्षेत्र को छोड़कर बाकी हर जगह लगभग सारी गतिविधियां शुरू होने लगी हैं।जब कोरोना के मामले सैकड़ों में थे तो तालाबंदी लागू की गई,पर आज जब संक्रमण के … Read more

वैशाली:धार्मिक महत्व की नगरी

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** `वैशाली` के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के बारे में हम बचपन से ही किताबों में पढ़ते आये,पर बिहार में रहकर भी इस स्थल पर जाने का कभी अवसर नहीं मिला। इस बार रक्सौल से पटना जाने के क्रम में मन बना लिया था कि,पहले वैशाली में रुकेंगे उसके बाद … Read more

सारे सवाल पूछेगा,फिर फैसला भी सुनायेगा…।

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** याद रखिये,वक्त एक दिन अपने तराजू पर हमारे सारे कर्मों को तोलेगा और फैसला करेगा कि ईश्वर ने इंसानों को रहने के लिए जो खूबसूरत दुनिया दी थी उसे हम बचा कर रख पाए या नहीं…। वह यह भी परखेगा कि कुदरत ने जो नेमत हमें बख्शी,उस नेमत के … Read more

‘कोरोना’:संकट जाते-जाते मानव जाति को कई सबक

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** ‘कोरोना’ का यह संकट जाते-जाते मानव जाति को कई सबक देकर जाएगा। यह मनुष्य को नए तरीके से जीना सिखा कर जाएगा। यह मनुष्य को उसके कृत्यों का दंड देकर उसकी सीमाओं का अहसास करा कर जाएगा। यह समझा कर जाएगा कि सिर्फ दौड़ना जरूरी नहीं होता,रूकना भी जरूरी … Read more

पर्यावरण के लिए काम करना शानदार मिसाल

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भुवनेश्वर यात्रा…………. भुवनेश्वर यात्रा के दौरान एक पूरा दिन इंफोसिस के नाम रहाl चमचमाती सड़क और करीने से सजे हरे-भरे पेड़ों के बीच पानी के जहाज की आकृति का शानदार भवन, भव्य प्रवेश द्वार,खूबसूरत स्वीमिंग पुल,इंडोर स्टेडियम,फूड कोर्ट और लाइब्रेरी…सब-कुछ सुंदर और व्यवस्थित…l देश की यह अग्रणी सूचना प्रौद्योगिकी … Read more

पर्यटकों को बरबस खींचता इस्कॉन मंदिर

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भुवनेश्वर यात्रा……….. ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर राज्य का सबसे बड़ा शहर है,जिसे भारत के पूर्वी हिस्से का सांस्कृतिक केन्द्र माना जाता है। ऐतिहासिक मंदिर और अपनी गौरवशाली विरासत के कारण इस शहर को `टेम्पल सिटी` के रूप में भी जाना जाता है। यह शहर हिंदू,जैन और बौद्ध संस्कृति में … Read more

खंडगिरि और उदयगिरि की पहाड़ियाँ

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भुवनेश्वर यात्रा………….. लिंगराज मंदिर,परशुरामेश्वर मंदिर,मुक्तेश्वर मंदिर और सिद्धेश्वर मंदिर के दर्शन के बाद हमारा अगला लक्ष्य उदयगिरी और खंडगिरी की पहाड़ियों को प्रत्यक्ष देखने का था…। भुवनेश्वर के बाहरी भाग में शहर से करीब ८ किमी दूर स्थित ये पहाड़ियां ओडिसा की सांस्कृतिक धरोहर हैं। इन पहाड़ियों पर प्राचीन … Read more