बूँद बनती जिंदगी
तृप्ति तोमर `तृष्णा`भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************** ज से जल जीवन स्पर्धा विशेष… जीवन का आधार है जल हर क्षण हर पल,दूर तक बहती नदी का मीठा पानी कल-कल। जल के भिन्न-भिन्न रूप,अनेक रंग,अनेक है आकारजल से कहीं नदी,कहीं दरिया तो कहीं तालाब है सराबोर। जल नदी रुप में गुनगुनाती लहरों का सुहाना गीत,जैसे कह रहा झर-झर झरते … Read more