लीला गिरधारी लाल की

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. कंस-वासुदेव की मित्रता की,गाथा बड़ी विशाल थी, देवकी प्यारी कंस की बहना,सुशील बड़ी सयान थी करता प्यार बहुत बहना से,वह उसकी…

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कश्मीर में तिरंगा

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** अखंड भारत का सपना पूरा हो गया,नहीं हुआ कोई दंगा, घाटी में जय हिंद हो गई,अब लहराएगा हर कोई तिरंगा। भारत के सेवक संघों ने,अब…

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सर्वव्यापी भ्रष्टाचार

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** सब कहते हैं बचकर रहना, बहकावे में कभी ना बहना जनता हो चाहे सरकार, सर्वव्यापी है भ्रष्टाचार। सुनी है मैंने कथा-कहानी, भगवन रूप जैसे है…

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काँवर का पावर

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** देखो सुहाना सावन आया है, यह सबके मन को भाया है। कैलाश से भोले चले देवघर, यही है काँवर का पावर। बम बम बोलते चले…

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कारगिल की अमर जीत

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. हम कारगिल के समर विजय की गाथा गाते हैं, भारत के वीर सपूतों की वीरता को बताते हैं। जब पापी…

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अपना समय भी आएगा

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** हरदम पतझर नहीं रहेगा, अली कली को खिलाएगा। कहे 'उमेश' धैर्य रखो तुम, अपना समय भी आएगा। दुख के बादल अब छँट जायेंगे, नभ-बीच शशि…

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मित्र का फ़र्ज

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** कहने को तो सभी मित्र हैं,पर एक हमारी अर्ज़ है, विपदा में जो करे मदद,यही मित्र का फ़र्ज़ है। बिन बुलाए दौड़कर आए,कहे ना कोई…

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हाय हाय रे गर्मी…

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** हाय हाय रे गर्मी, हाय हाय रे गर्मी, जल बिन जन-जीवन तड़पे... मानसून ने ठानी बेहद बेशर्मी, हाय हाय रे गर्मी,हाय हाय रे गर्मी। वरुण…

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शरणार्थालय भारत हमारा

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** शरणार्थालय भारत हमारा है, यह जान से भी ज्यादा प्यारा है। यहाँ जो भी आए सादे मन से, हमने उसको स्वीकारा है। शरणार्थालय देश हमारा…

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वाह रे देश के चौकीदार

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** वाह रे देश के चौकीदार, कमर तोड़ महँगाई बढ़ती। थमता नहीं है भ्रष्टाचार, वाह रे देश के चौकीदार॥ आफ़त में पड़ा अब जन जीवन है,…

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