लीला गिरधारी लाल की
उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. कंस-वासुदेव की मित्रता की,गाथा बड़ी विशाल थी, देवकी प्यारी कंस की बहना,सुशील बड़ी सयान थी करता प्यार बहुत बहना से,वह उसकी अभिमान थी, हाथ पीले कर दूँ बहना के,दिली इच्छा अविराम थी। फिराक थी अच्छे वर की,वसुदेव मन को भा गए, धूमधाम से हुई सगाई,विदाई के … Read more