दिल्ली।
अनेक लोगों के जीवन में प्रायः कोई न कोई ऐसा पुरूष-महिला लंगोटिया यार अवश्य होता है, जिसके साथ निर्बाध गति से बचपन, जवानी से प्रौढ़ावस्था या बुढ़ापे तक आपसी नोक-झोंक के बावज़ूद लगातार स्नेहिल, अविस्मरणीय पारिवारिक संबंध और मित्रता बनी रहती है। ऐसा ही अटूट-अद्भुत रिश्ता रहा हो तो उसका विवरण ई-मेल पर ३१ जुलाई तक भेज सकते हैं। इसे चयनित करके पुरस्कृत किया जाएगा।
हिंदुस्तानी भाषा अकादमी और हम सब साथ-साथ (दिल्ली, ९५९९६००३ १३) के अनुसार हमारी संस्थाएँ ऐसी दोस्ती को प्रणाम करते हुए कार्यक्रम में ऐसे श्रेष्ठ जोड़ों के संस्मरण-अनुभव की मंच पर प्रस्तुति के पश्चात उनको विशेष रूप से ‘अद्भुत और अटूट दोस्ती’ का पुरस्कार देगी। श्रेष्ठ अनुभवों को पत्रिका में प्रकाशित करने का भी प्रस्ताव है। आपने बताया कि, कम से कम २५ वर्ष का ऐसा अटूट अनुभव दोनों मित्रों के चित्र सहित ई-मेल (friendship.con ference19@gmail.com) पर प्रेषित करना है।