एम.एल. नत्थानी
रायपुर(छत्तीसगढ़)
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रोशनी से जिंदगी…

दीपोत्सव में प्रतिवर्ष,
ये रोशनी पर्व होता है
सदियों की सनातनी,
परम्परा में गर्व होता है।
उजियारे के उत्सव में,
ही लक्ष्मी आगमन है
शुद्ध अन्तःकरण पर,
ये पवित्र आचमन है।
सुख समृद्धि सौभाग्य,
का अनुपम उत्सव है
परिवार की उमंग का,
ये अद्भुत महोत्सव है
सकारात्मक उर्जा का
प्रकाशमान प्रवाह है
अंतर्मन में चैतन्य का,
ये समाधान निर्वाह है।
तिमिर आच्छादित ये,
जगमगाती रोशनी है
चराचर जगत प्रकाश,
चमचमाती ओढ़नी है।
हृदय अंध तमस पर,
उज्जवलता वास है
करुणा के सागर पर,
निर्मलता विश्वास है।
अज्ञानता के अंधकार,
से जीवन प्रभावित है।
सद्कर्मों के उद्गार से,
ये मधुबन प्रवाहित है॥