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लघुकथा में छोटी-छोटी गलतियों को सुधारने के लिए किया प्रेरित

गोष्ठी…

पटना (बिहार)।

अखिल भारतीय लघुकथा कक्ष की मासिक गोष्ठी अपर्णा गुप्ता के संयोजन तथा डॉ. श्याम गुप्त की अध्यक्षता में गोष्ठी का आगाज हुआ। मुख्य अतिथि लखनऊ की जानी-मानी लघुकथाकार डॉ. मिथिलेश दीक्षित रहीं।
इस गोष्ठी में संजीव आहूजा, गार्गी राय, नीता शर्मा, दीप्ति श्रीवास्तव, विजय कुमारी मौर्य, नलिनी श्रीवास्तव, जिज्ञासा सिंह, निवेदिता श्रीवास्तव, डॉ. गुप्त, मंजू सक्सेना व अपर्णा गुप्ता ने अपनी-अपनी लघुकथाएँ पढ़ी। डॉ. दीक्षित ने सभी कथाओं की बहुत सुंदर समीक्षा की। उन्होंने लघुकथा में छोटी-छोटी गलतियों को सुधारने, सही शब्दों का चयन और संशोधन करने लिए प्रेरित किया। सभी को निर्देश दिया कि अच्छे लघुकथाकारों की लघुकथाएं अवश्य पढ़ें, अच्छी किताबें चुनें। लेखन सुधारने के लिए अध्ययन बहुत आवश्यक है।

अन्तिम चरण में डॉ. गुप्त ने उदबोधन दिया। मंजू सक्सेना के कुशल संचालन में हुई इस गोष्ठी में निवेदिता श्रीवास्तव ने सभी का आभार प्रकट कर विराम दिया।

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