सखी रे, सावन पावन लागे

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** पावन सावन-मन का आँगन... सूखे ताल-तलैया भर गए,पशु-पक्षी प्यासे थे, तर गएरिमझिम-रिमझिम बरसे बदरा,मन चातक हरसावन लागेसखी रे, सावन पावन लागे। धरती नव-यौवन को पाई,हरी चुनरिया…

Comments Off on सखी रे, सावन पावन लागे

गीत-ग़ज़ल से अधिक कठिन कार्य है सार्थक कविता लिखना

पटना (बिहार)। नरेश सक्सेना, निराला , सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, केदारनाथ सिंह जैसे कवियों की कविताओं को पढ़कर मुक्तछंद की कविता लिखने का प्रयास करना चाहिए। नए और पुराने कवियों के…

Comments Off on गीत-ग़ज़ल से अधिक कठिन कार्य है सार्थक कविता लिखना

गोष्ठी में बांधा हरियाली रचनाओं से समां

इंदौर (मप्र)। विचार प्रवाह साहित्य मंच द्वारा शनिवार शाम को संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें रचनाकारों ने सावन और हरियाली पर गीतों की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया।वरिष्ठ लेखिका श्रीमती…

Comments Off on गोष्ठी में बांधा हरियाली रचनाओं से समां

सच्चे ये भोला, अच्छे ये भोला

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** सबके ये भोला, सचमुच में भोला हैं,शिव शंकर भोला हैं, ये कण-कण में भोला हैं। कंकर के भोला हैं, पत्थर में भोला हैं,गंगा के भोला…

Comments Off on सच्चे ये भोला, अच्छे ये भोला

सावन मास का पावन पर्व

प्रो. लक्ष्मी यादवमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************************** पावन सावन-मन का आँगन... 'बदरा आ…हाय…बदरा छाए केझूले पड़ गए हाय, कि मेले लग गए हाय…मच गई धूम…रे किआया सावन झूम के…।'४ ऋतु में से वर्षा…

Comments Off on सावन मास का पावन पर्व

आए जब सावन

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* पावन सावन-मन का आंगन..... आए जब सावनलागे मन-भावनप्रकृति है हर्षित,हर्षित है तन-मन। बादलों का शोर,मनवा नाचे मोरयौवन की गगरी छलके,हियरा ले हिलोर।बादल संग बिजुरिया,आई बन-ठन।आए जब सावन……

Comments Off on आए जब सावन

शुभ जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ

हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’ जी का २२ जुलाई को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं….

Comments Off on शुभ जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ

मणिपुर की दरिंदगी

आशा आजाद`कृतिकोरबा (छत्तीसगढ़)**************************** दरिंदगी अरु खेल तमाशा।नारी रोती टूटे आशा।जानवरों से बत्तर जानें।मणिपुर की यह घटना जानें॥ आज देश फिर हुआ कलंकित।निर्लज मानव में कुछ अंकित।अनाचार की सीमा तोड़े।दरिंदगी से…

Comments Off on मणिपुर की दरिंदगी

हरित भरित संसार

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* क्षिति जल पावक नभ अनिल, बना सकल संसार।बने प्रदूषित मनुज से, क्षत-विक्षत आधार॥ मानवता का मोल ही, समझे जब संसार।कुछ पल का अस्तित्व जन,…

Comments Off on हरित भरित संसार

यह क्या हो रहा ?

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** बड़े खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि, यह आज समाज में हो क्या रहा है ? मुद्दा आज सता पक्ष और विपक्ष की तू-तू,…

Comments Off on यह क्या हो रहा ?