मधुमक्खी

डॉ. हंसा दीपटोरंटो (कैनेडा)************************** बेबी सीटर हेज़ल जब से आने लगी है,घर का माहौल ही बदल गया है। बेबी भी बहुत ख़ुश है। जितने प्यार से हेज़ल लोरी सुनाती है,…

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रास्ता भटक गया

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* यादों के कोहरे में रास्ता भटक गया,बिसरी हुई बातों में आज फिर अटक गया! बीत गई थी सदियाँ जिनको भूले हुए,उनके ही आँगन में काँरवा पटक गया!…

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हिंदी भाषा हीं स्वीकार है

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** हिंदी समृद्ध भाषा है,हिंदी उन्नत भाषा है,भाषा के गुण हैहैं सभी,करते क्यों रार है। सभी भाषा है सुंदर,बोली प्रेम समुंदर,सबमें रस मिठास,नहीं तकरार है। संस्कृत की पुत्री हिंदी,सभी…

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मेरी नन्हीं परी…

विद्या होवालनवी मुंबई(महाराष्ट्र )****************************** मेरी नन्हीं परी,अब बड़ी हो चली है…l मेरी प्रतिभा की छवि,पापा की सादगी केअटूट संगम के साथ,आगे बढ़ चली हैIमेरी नन्हीं परी,अब बड़ी हो चली है……

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समय लगेगा…

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** श्रमसीकर से सींच कर्म की खेती करना,गूढ़ अटल विश्वास भी भरकर रखना मन में।कभी निपात मिले तो न साहस खोना राही,समय लगेगा आयेंगे मधुर फल जीवन मेंll…

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माँ मेरी मातृभाषा हिन्दी

प्रो.नीलू गुप्ता ‘विद्यालंकार’,कैलिफ़ोर्निया(अमेरिका)**************************** मेरी माँ है मेरी मातृभाषा हिन्दी,मेरी माँ की माँ भी है मेरी हिन्दीये मेरी भारत माँ के माथे की है बिन्दी,ये है कोमल सरल,नहीं है तनिक भी…

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अंतस में हे मित्र तुम्हीं हो

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’मुंबई(महाराष्ट्र)*************************************** साँस-साँस में कृष्ण बसे हैं,रोम-रोम में राम,अंतस में हे मित्र तुम्हीं हो,निरख रहे नयना अभिराम।तनहा-सा मैं दूर खड़ा हूँ,और नेह से तुम्हें निहारूँ-स्वीकार करें हे मेरे प्रियवर,मेरा…

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व्यवहार का ज्ञान-आचरण है हिन्दी

मदन गोपाल शाक्य ‘प्रकाश’फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)************************************** हिंदी भाषा हमें ज्ञान विवेक और भावपूर्ण आचरण व्यवहार का ज्ञान कराती है। हिंदी भाषा के ग्रंथों में ज्ञान की शिरोमणि अगणित लुकी-छुपी सी…

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कैसे बिसरूँ तेरा नाम

ऋचा सिन्हानवी मुंबई(महाराष्ट्र)************************* बहुत कठिन है जीवन जीना पिया तेरे बिना,बहुत कठिन है साँसें लेना पिया तेरे बिना। पल-पल तेरी याद सताए अँखियाँ छल-छल आएँ,नाम तेरा हर वक्त निहारूँ…दिल को…

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उच्च विचारों का अवमूल्यन रोकना होगा

अल्पा मेहता ‘एक एहसास’राजकोट (गुजरात)*************************************** आज तक हमने सुना है,पढ़ा है,या कहा है कि-रुपए में गिरावट आई,डॉलर-यूरो की कीमत बढ़ गई है, दिरम के भाव बढ़ गए हैं। जिस देश…

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