बापू के स्वप्न

मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** महात्मा गांधी जयन्ती विशेष..... आओ मिलकर करें मंत्रणा,रामराज्य फिर लाएंगेबापू के जो स्वप्न अधूरे,हम साकार बनाएंगें। लड़ें न झगड़ें आपस में हम,भेदभाव सब ढहाएंगेहम हों खुद…

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राष्ट्रपिता

शिखा सिंह ‘प्रज्ञा’लखनऊ (उत्तरप्रदेश)************************************************* महात्मा गांधी जयन्ती विशेष..... संस्कृत भाषा के महात्मासादर नमन पूर्ण आत्मा,मोहनदास करमचंद गांधी था जिनका नामजन्म लिया जिन्होंने २ अक्टूबर १८६९,पोरबन्दर(गुजरात) मेंमाता थी जिनकी पुतलीबाई,करमचंद जी…

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महानायक का मौन-मुखर व्यक्तित्व

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ********************************************************** बोलने को तो सभी बोलते हैं। नदी,नाले,समंदर,झरने भी बोलते हैं। पशु-पक्षी भी बोलते हैं। महसूस करें तो विनाश के पूर्व और बाद का सन्नाटा भी…

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मधु मिश्रा-विजयलक्ष्मी ‘विभा’ प्रथम व मनोरमा जोशी ‘मनु’-योगेन्द्र प्रसाद मिश्र बने द्वितीय विजेता

'विश्व शांति दिवस' स्पर्धा.......इंदौर। हिन्दीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा ‘विश्व शांति दिवस’ पर आयोजित स्पर्धा के परिणाम २९ सितम्बर को घोषित कर दिए गए हैं। इसमें पद्य वर्ग में सर्वश्री…

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जुल्फों में उलझ गया

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* हवा में जब उड़-उड़ जाए,ये ज़ुल्फ़ घनेरी मेरी।उनका दिल इलू-इलू करे,और राह तकें वो मेरी। इन जुल्फों में उलझ गया है,सुनो उनका दिल बेचारा।धड़के…

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मन को भाएगी मन-गुँजन

आरती सिंह ‘प्रियदर्शिनी’गोरखपुर(उत्तरप्रदेश)**************************************************** प्रखर गूँज प्रकाशन के सानिध्य में प्रकाशित पुस्तक मन-गुँजन की रचनाकार रेनू त्यागी (हरियाणा) काफी समय से लेखन के क्षेत्र में अग्रसर हैं। इनके लेखन की खासियत…

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खूब निभाती है लड़कियाँ

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** लड़का हो या लड़की,दोनों एक समान हैहर काम करने लगी,आजकल की लड़कियाँ। इसलिए तो लोगों की,अब सोच बदल रही।और लड़की के जन्म पर,अब खुशियां मनाने लगे। लड़कों…

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शीश मेरा उनके नाम

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** यही पर हमें जीना है,यही पर हमें मरना हैबीच जीवन में हमको,कार्य अनुपम करना है। जिनसे मिला जी यह तन है,जोड़े रखे जो मन से…

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पं. उपाध्याय का भाषा चिंतन

प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामीदिल्ली *********************************************************** पं. दीनदयाल उपाध्याय भारतीय राजनीति में एक जाना-माना नाम है। उन्होंने अपना प्रारंभिक जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में शुरू किया था।…

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कन्या माँ जगदम्बा

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************************* सृष्टि का उद्गम हो तुम कन्या,छोटी-सी कोमल पंखुरियाँतुम ही हो सुंदरी तिलोत्तमा,रसकुम्भ धारिणी,जगत प्रसूता कन्या।तुम ही हो धात्री,जगत जननी,दुलारी के रूप से जग में अवतारिणीअभिमानिनी,चंचला,नटखटी,रह-रह गूंजती…

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