हमारा हिंदुस्तान

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** है प्यार बहुत देश,हमारा हिन्दुतानहै संस्कृति इसकीसबसे निराली है।कितनी जाति-धर्म के,लोग रहते यहाँ परसबको स्वत्रंता पूरी है,संविधान के अनुसार।कितना प्यारा देश है,हमारा हिंदुस्तानइसकी रक्षा करनी है,आगे तुम सबको।कितने बलिदानों के,बाद मिली है आज़ादीकितने वीर जवानों को,हमने खो दिया।गांधी,सुभाष और भगत सिंह,चढ़े इसकी बलिचंद्रशेखर और मंगल पांडे,हो गए शहीद।तब जाके हमको ये,मिली है … Read more

‘फिल्म नगरी’ बनाना आसान,’बॉलीवुड’ बनाना कठिन!

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ********************************************************** ‘बॉलीवुड’ में सुशांत संदिग्ध मौत प्रकरण,भाई- भतीजावाद,नशा प्रकरण,यौन शोषण और हल्के स्तर की राजनीति के बाद नया कोण एक नया प्रति-बॉलीवुड खड़ा करने की उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ताबड़तोड़ घोषणा है। योगी ने कहा कि उप्र में देश की सबसे खूबसूरत फिल्म सिटी(नगरी) बनेगी। आज देश को एक नई … Read more

ममता का तोल

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** कमली हा‌ंफती हुई सीना के पीछे पीछे दौड़ रही थी-‘सीना बिटिया! रुक जाओ सीना बिटियाl’लेकिन जब तक वह सीना तक पहुंच पाती,तब तक कमली की आशंका फलीभूत हो चुकी थी और मिताली का तमतमाया स्वर उभरा -‘कमली! तू करती क्या है,एक बच्ची भी नहीं संभाली जाती तुझसेl देख इसने मेरी सफेद जींस … Read more

भगवान चित्रगुप्त चालीसा

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************* सदगुरु के पावन चरण,सादर उर में धारि।सुमिरहुं गणपति,सरस्वती,श्री,गौरा,त्रिपुरारि॥ अखिल विश्व के न्याय विद,चित्रगुप्त भगवान।प्रणवहुं पावन चरण रज,विधि,हरि,हर सम जान॥ जय,जय चित्रगुप्त भगवाना।नहि तव आदि,मध्य,अवसाना॥ परम ब्रम्ह चह सृष्टि नवीना।विगत प्रलय जग शून्य अधीना॥ तब निज चाह भयउ त्रय रूपा।ब्रह्मा,विष्णु जु शम्भु अनूपा॥ जग कारण प्रभु दीनदयाला।तिन्ह सन्मुख प्रगटेउ तेहि काला॥ दिये विधिहि … Read more

नारी है नारायणी

मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** नारी है नारायणी,नारी नर की खाननारी से ही उपजे नर,ध्रव प्रहलाद समान।घर-परिवार का सबका,रखती ध्यान अनन्यगुणों की खान।बंधनों के निबद्धभावनाओं की स्वतंत्र,अभिव्यक्ति हैं नारी।कटीली नागफनी राहों,में गुलाब है नारी।सोच का आँकड़ा बनाना,जटिलताएं विवशताएंसमाज की समस्याएं,रुढ़िवादी परम्पराएंसब निभाती नारी।झरने की मानिन्द शान्त,कितनी पीड़ाएं सहती,है नारी।रिश्तों की परिधि में घिरकरसब-कुछ,सहती है नारी।दुर्गा लक्ष्मी … Read more

मानवीय-चेतना के अभ्यासी और हिंदी के पुरोधा संत विनोबा भावे

प्रो. गिरीश्वर मिश्रदिल्ली********************************************************** एक ओर दुःस्वप्न जैसा कठोर यथार्थ और दूसरी ओर कोमल आत्म-विचार! दोनों को साथ ले कर दृढ़ता पूर्वक चलते हुए अनासक्त भाव से जीवन के यथार्थ से जूझने को कोई सदा तत्पर रहे,यह आज के जमाने में कल्पनातीत ही लगता है,परंतु ‘संत’ और ‘बाबा’ के नाम से प्रसिद्ध भारतीय स्वातंत्र्य की गांधी-यात्रा … Read more

एक अनन्य प्रार्थना

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)********************************************************* विश्व शांति दिवस स्पर्धा विशेष…… प्रतिदिन अम्मा जलाया करती है…आँगन की दिव्य तुलसी और,घर की देहरी में…संध्या के दो दीप…।जिसमें वो किया करती है,अपने परिवार की सुख़ समृद्धि…और उनके उत्तम स्वास्थ की कामना…।पर अम्मा,अब से जो तुम..दीपक जलाओ तो,कर लेना एक ऐसी आत्मिक प्रार्थना…कि,हे ईश्वर..मेरे विश्व में आई महामारी को…शीघ्र समूल नष्ट करो…।अभी … Read more

किसानों के फायदे का कानून,पर विचार जरुरी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************** किसानों से संबंधित ३ कानूनों के बनने से केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत बादल इतनी नाराज हुईं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया। वे अकाली दल की सदस्य हैं और पंजाब से सांसद हैं। पंजाब किसानों का गढ़ है। देश में सबसे ज्यादा फसल वहीं उगती है। कुछ पंजाबी किसान संगठनों ने इन) कानूनों को … Read more

मास्साब

अंशु प्रजापतिपौड़ी गढ़वाल(उत्तराखण्ड)********************************************************* आज फ़िर वैसी ही ओलावृष्टि है,वही असमय की वर्षा,परंतु आज मन उतना प्रफुल्लित नहीं है। १ माह से अधिक हुआ,मैंने पिता जी को खो दिया है। ऐसे में दो शब्द मेरे मस्तिष्क में रह-रहकर गूंज रहे हैं राम-राम सा…lयही प्रथम परिचय था मेरा उनसे। आज से लगभग १७ वर्ष पूर्व जब मेरी … Read more

हिंदी के बढ़ते चरण

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************************* हिंदी का यशगान हो,हिंदी का सम्मान। हिंदी का गुणगान हो,हिंदी का उत्थानll१४ सितम्बर १९४९ को संविधान सभा ने एकमत से हिंदी को राजभाषा का दर्जा देने का निर्णय लिया और सन १९५० में सविधान के अनुच्छेद ३४३ (१) द्वारा हिंदी की देवनागरी लिपि को राजभाषा का दर्जा दिया गयाl हिंदी … Read more