विघ्नहरण गणराज

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’ बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़)*************************************************************** पावन तन मन से करो,पूजन मिलजुल आज।प्रगट हुए संसार में,विघ्नहरण गणराज।विघ्नहरण गणराज,मूस की करे सवारी।जिनकी कृपा प्रसाद,सुखी है सब नर नारी।कह डिजेन्द्र करजोरि,रूप जिनका मनभावन।गणाधीश का…

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भाव देशहित का हर पल हो

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ************************************************************* कटी गुलामी की जंजीरें,है तन-बदन स्वतंत्र हमारा।अमर शहीदों की कुर्बानी,विजय निशान,तिरंगा प्यारा॥ खींच राष्ट्र को अंधकारमय,बीहड़ से बाहर ले आए।युवा शक्ति को नयी दिशा दे,नवजीवन के पुष्प…

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जन्म

नरेंद्र श्रीवास्तवगाडरवारा( मध्यप्रदेश)***************************************************************** सड़क के किनारे साहब का बंगला था। उन्हें शायद कुत्ते पालने का शौक था। उन्होंने २ बड़े खूंखार कुत्ते पाल रखे थे। फटे-पुराने,टूटे-फूटे सामान इकठ्ठे करने वाले…

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श्री राधारानी जी

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)************************************************************ राधा अष्टमी(२६ अगस्त)विशेष...... श्री राधारानी जी के श्री चरणों में साष्टांग प्रणामl जय जगत प्रसूता आदि महाशक्ति श्री कृष्ण प्रणाधिका श्री राधारानी जी की जय। पुराणों…

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एकता का रूप है हिंदी

उषा शर्मा ‘मन’जयपुर (राजस्थान)**************************************************** वंदे मातरम की शान है हिंदी,देश की माला का स्वरूप,भारत माँ का मान है हिंदी। अन्य भाषाओं से बढ़कर है हिंदी,भारत भारतीयों के साथ,संविधान का गौरव…

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हे मेरी बरसात प्रिये

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* रिम-झिम रिम-झिम जब आती हो,तन-मन सबका झूमे है।तुझसे मिलकर धरती ये,तुझे बड़े प्यार से चूमे है।आ गले लगा लूँ तुझको,हे मेरी बरसात प्रिये...ll तुमसे…

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सखी साहित्य ने कराया अभा कवि सम्मेलन

असम। गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर सखी साहित्य परिवार की राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपिका सुतोदिया एवं राष्ट्रीय महासचिव आनंद अमित के दिशा-निर्देशन में अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ।…

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बाढ़ उत्सव

नवेन्दु उन्मेषराँची (झारखंड) ********************************************************* पल्टू बाबा सरकारी मुलाजिम ठहरे। पैदा होने से लेकर नौकरी तक पठार में की। बाढ़ क्या होती है,उसके बारे में उन्होंने सिर्फ अखबारों में पढ़ा था।पहली…

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पिय की राह देखती

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************************ (रचना शिल्प:१६/१४) पिय आवन की राह देखती,सुन्दर नारी मतवाली।सपनों में खोई-खोई सी,प्रेम नगर की वो मालीll सज-धज कर बैठी वो द्वारे,गुमसुम-सी वो रहती है।कब आएँगे…

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विकास को पुनर्जीवित करने हेतु पैदा करने होंगे नए अवसर

डॉ.सत्यवान सौरभहिसार (हरियाणा)************************************ कोविद-१९ महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को बदल दिया है और भारत में भी इसके गहरे प्रभाव पड़े हैं। राष्ट्रव्यापी तालाबन्दी की वजह से घरेलू मांग में कमी…

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