प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हें
अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ************************************************************* हे जगनियंता,जग नायक,हे जगदा धार प्रणाम तुम्हेंlएक दंत,हे ज्ञान वंत,प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हेंll हो खल गंजन,तुम दुःख भंजन,हो जन रंजन,अभिराम तुम्हीं।हो निराकार तुम निर्गुण हो,साकार रूप निष्काम तुम्हींll काम,क्रोध,मद,लोभ,मोह,छल,दंभ,द्वेष,दुःख नाशी हो।तुम अन्तर्यामी,जग स्वामी,कण-कण,घट-घट में वासी होll हे लम्बोदर,हे विघ्नेश्वर,हे परम उदार प्रणाम तुम्हें।हे एक दंत,हे ज्ञान वंत,प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हेंll तुम भुव … Read more