प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हें

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ************************************************************* हे जगनियंता,जग नायक,हे जगदा धार प्रणाम तुम्हेंlएक दंत,हे ज्ञान वंत,प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हेंll हो खल गंजन,तुम दुःख भंजन,हो जन रंजन,अभिराम तुम्हीं।हो निराकार तुम निर्गुण हो,साकार रूप निष्काम तुम्हींll काम,क्रोध,मद,लोभ,मोह,छल,दंभ,द्वेष,दुःख नाशी हो।तुम अन्तर्यामी,जग स्वामी,कण-कण,घट-घट में वासी होll हे लम्बोदर,हे विघ्नेश्वर,हे परम उदार प्रणाम तुम्हें।हे एक दंत,हे ज्ञान वंत,प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हेंll तुम भुव … Read more

‘हिन्दी साहित्य भारती’ की अंतर्राष्ट्रीय समिति घोषित,डॉ. रवीन्द्र शुक्ल बने अंत. अध्यक्ष

दिल्ली। हिन्दी साहित्य भारती के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. रवीन्द्र शुक्ल ने संस्था का विश्वव्यापी विस्तार करते हुए अंतर्राष्ट्रीय समिति की घोषणा की है। इस समिति में विश्व के लगभग 20 देशों से जुड़े विभिन्न साहित्य मनीषीगण एवं साहित्यिक अभिरुचि के समाजसेवियों एवं उद्योगपतियों को भी स्थान दिया गया है। गठित समिति में अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष की … Read more

भगवान श्री गणेश के ८ अवतार

मधुसूदन गौतम ‘कलम घिसाई’कोटा(राजस्थान)************************************************************ गणेश चतुर्थी विशेष……….. खास चतुर्थी भाद्र मास की,शुक्ल पक्ष की बेला है,श्री गणेश का जन्म दिवस है,जो रिद्धि-सिद्धि का छैला है।मात पार्वती ने गणेश को,तनिक मैल से गात दिया,और जन्मते ही रखवाली का,अभिन्न काम अंजाम दिया। पहरा देते समय वहां पर,महादेव जब आ ही गए,आप कौन और किधर से आए,लगते हो … Read more

शिव प्रिय प्रथम पूज्य हे प्रभु जी

बाबूलाल शर्मासिकंदरा(राजस्थान)************************************************* श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. प्रथम नमन हे गणपति देवा,तुम सबसे प्यारे।सकल सँवारो काज गजानन,हे देव हमारे।शिव प्रिय प्रथम पूज्य हे प्रभुजी,गौरी के जाए।एकदन्त करुणा के सागर,गणपति कहलाए। मोदक मिसरी,पान पताशा,से भोग लगाऊँ।विघ्न हरण हो सबसे पहले,मैं तुम्हें मनाऊँ।तन के कष्ट सभी प्रभु हरना,मेरी मन पीरा।सृजन करूँ नित मैं छंदों का,बिन रहे अधीरा। … Read more

करो भक्त कल्याण

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************************************ श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. जय गणेश जय गजवदन,कृपा सिंधु भगवान।मूषक वाहन दीजिये,ज्ञान बुद्धि वरदान॥ शिव नंदन गौरी तनय,प्रथम पूज्य गणराज।सकल अमंगल को हरो,पूरण हो हर काज॥ हाथ जोड़ विनती करूँ,देवों के सरताज।भव बाधा सब दूर हो,ऋद्धि-सिद्धि गणराज॥ मंगलकारी देव तुम,मंगल करो गणेश।जग वंदन तुम्हरे करें,काटो सबका क्लेश॥ गिरिजा पुत्र … Read more

गणपति आओ मोरे अँगना

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष…..   हे गणनायक,प्रथम पूज्य,गौरी-शंकर के लाला,तुन बिन सफल ना कारज मोरे,कृपा करो सूंडालागणपति आओ, पधारो मोरे आँगन में,गणपति आओ,बिराजो मोरे आँगन में। माँ गौरा ने,बाल्यकाल में,द्वार पे तुम्हें बिठाया,प्रवेश निषिद्ध बिना अनुमति के’तुमको ये समझायारोक द्वार पर शंकर जी को,माँ का वचन निभाया,कर्तव्य तुम्हारा,भूल … Read more

सिद्धिविनायक गणपति

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ****************************************************************** श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. सिद्धिविनायक विश्वमुख,हे भूपति विघ्नेश।विघ्नविनाशक गजवदन,सबके काटो क्लेश॥ प्रथमपूज्य महागणपति,लंबोदर गणराज।एकदंत हे गौरिसुत,सकल सँवारो काज॥ बुद्धिविधाता विघ्नहर,क्षेमंकरी विशाल।कोटिसूर्य सम तेज है,देवादेव कृपाल॥ वक्रतुण्ड हे भुवनपति,चतुर्भुजा अवनीश।मूषकवाहन हे सुमुख,देवे सिद्धि कवीश॥ मंगलमूर्ति महाबली,सर्वात्मन गजराज।सिद्धिदाता हे गणपति,सभी सुधारो काज॥ प्रथमपूज्य महागणपति,महाबली गणराज।शिवनंदन हे गौरिसुत,सकल सँवारो काज॥ दाता रिद्धी-सिद्धि के,ईशानसुत … Read more

हे विघ्नविनाशक,नव किरणें बिखराओ

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *************************************************************** श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. हे विघ्नविनाशक,बुद्धिप्रदायक,नीति-ज्ञान बरसाओ,गहन तिमिर अज्ञान का फैला,नव किरणें बिखराओ। कदम-कदम पर अनाचार है,झूठों की है महफिल।आज चरम पर पाप-कर्म है,बढ़े निराशा प्रतिफल। एकदंत हे! कपिल-गजानन,अग्नि-ज्वाल बरसाओ,गहन तिमिर अज्ञान का फैला,नव किरणें बिखराओ॥ मोह,लोभ में मानव भटका,भ्रम के गड्ढे गहरे।लोभी,कपटी,दम्भी हँसतेहैं विवेक पर पहरे। रिद्धि-सिद्दि तुम … Read more

पंचदेव में पूज्य गणेश

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************** श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. चरण कमल श्रद्धा नमन,करूँ गजानन आज।उमातनय परमेश कुरु,स्वस्ति लोक गणराज॥ परशु पाणि!पूजन करुँ,लम्बोदर विघ्नेश।गजमुख वरदायक नमन,गौरीपूत गणेश॥ एकदन्त गिरिजा तनय,शरणागत करुणेश।रक्ताम्बर तनु देह है,दयावन्त अखिलेश॥ मंगलमय गौरीतनय,गणनायक बुद्धीश।वाहन मूषकराज है,जगपालक जगदीश॥ पंचदेव में पूज्य हैं,गणभूतों के नाथ।सकल मनोरथ पूर्ण कर,बुद्धि विधाता साथ॥ जय गणेश … Read more

विघ्नहर्ता गणेशजी कर्ता-धर्ता एवं संहर्ता

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)********************************************************************* श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. श्रीगणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है। इसीलिए किसी शुभकार्य के निमंत्रण में भी पहले गणेश जी की स्तुति की जाती है,ताकि शुभकार्य के संपन्न होने में कोई विघ्न नहीं हो, श्रीगणेश जी विघ्नहर्ता जो हैं।श्रीगणेश जी को मंगलमूर्ति भी कहा जाता है, तभी … Read more