प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हें
अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ************************************************************* हे जगनियंता,जग नायक,हे जगदा धार प्रणाम तुम्हेंlएक दंत,हे ज्ञान वंत,प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हेंll हो खल गंजन,तुम दुःख भंजन,हो जन रंजन,अभिराम तुम्हीं।हो निराकार तुम निर्गुण हो,साकार रूप निष्काम…