महा कवि सम्मेलन में ७१ रचनाकार हुए शामिल

हरियाणा (भारत)। राष्ट्रीय आँचलिक साहित्य संस्थान(हरियाणा) द्वारा ऑनलाइन राष्ट्रीय महा कवि सम्मेलन १९ मई की शाम को आयोजित किया गया। संस्था के संस्थापक-अध्यक्ष नवलपाल प्रभाकर ‘दिनकर’ ने शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। इस सम्मेलन में करीब ७१ रचनाकार शामिल हुए। संस्था के सचिव रुपेश कुमार ने बताया कि ,कवियित्रि निक्की शर्मा ‘रश्मि'(मुंबई),प्रो. डॉ. विजय लक्ष्मी … Read more

नमन शहीदों वतन प्यार पे

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** शहादत शहीद अरु मोहब्बतें, ध्वजा तिरंगा हाथ थाम के। बने सारथी मातु भारती, चले विजय रण कफ़न बांध केl नमन शहीदों वतन प्यार पेll भारत माँ के लाल अनोखे, तन मन धन न्यौछावर कर देl गज़ब मुहब्बत आन वतन के, दिए शहादत बन शहीद केl नमन शहीदों वतन … Read more

सम्मान

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** माँ तेरे चरणों में पाया, अक्षय धन सम्मान है। तुझसे ही ये बेटा तेरा, तुझसे आज जहान हैll धरती की खातिर ही मैंने, अपना सब कुछ वार दिया। मरते दम तक तन को अपना, न्योछावर हर बार किया॥ मातृ भूमि की लाज बचाने, में अपनी ही शान है। … Read more

गौरी

सुदामा दुबे  सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* छन-छन छनकायेंं पायलियाँ पाँव में, गौरी आई गुलमोहर की छाँव में। लगे नैन उसके काजल से कजरारे, झूमे अल्हड़ कैश पवन के दाब में। सोहें तन उसके सिंदूरी से बाने, दमके अधर गुलाबी रवि के ताव में। यौवन मद में चूर रूपसी मतवारी, छेड़े मिलन का राग हिये के भाव में। … Read more

आकर मेहमान जैसे जाएगा ‘कोरोना’..

सुनील चौरसिया ‘सावन’ काशी(उत्तरप्रदेश) ********************************************************** आकर मेहमान जैसे जाएगा कोरोना, ‘लॉकडाउन’ का पालन कर,हाथ हरदम धोना।। सामाजिक दूरी,है बहुत जरूरी, धैर्य धारण करो,इच्छाएं होंगी पूरी। सबको हँसाना,मत हिम्मत हार रोना, आकर मेहमान जैसे जाएगा कोरोना। ‘लॉकडाउन’ का पालन कर,हाथ हरदम धोना…॥ चिकित्सक जवान हैं धरती के भगवान, शासन-सरकार का भी करो सम्मान। संकट की घड़ी … Read more

असली चुनौती अब राज्यों को झेलनी है

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* तमाम विपरीत परिस्थितियों,आशंकाओं और आपत्तियों के बीच भारत में लागू तालाबंदी का चौथा चरण अब अधिक चुनौतीभरा एवं गंभीर है। देश में ‘कोरोना’ संक्रमितों और इससे मरने वालों की संख्या जिस तेजी से बढ़ रही है,वह बहुत चिन्ताजनक है। इस बात के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले दिनों … Read more

गहरा रिश्ता

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** सागर से भी गहरा है, हमारा रिश्ता। आसमान से भी ऊंचा है, हमारा रिश्ता। दुआ करता हूँ ईश्वर से कि, ऐसा ही बना रहे हमारा रिश्ता॥ देखे बिना जान लेता हूँ, बोले बिना ही तुम्हें, पहचान लेता हूँ। रूह का रूह से जो है, हमारा रिश्ता। इसलिए तो हर आहट, तेरी … Read more

मैं हरी दूब…

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* मैं हरी दूब इस माटी की, सदा हरी-भरी ही रहती हूँ। कितना कुचलो और दबाओ, फिर भी बढ़ती रहती हूँ। सीना ताने खड़े पेड़ जो, आँधी से गिर जाते हैं। गर्व है उनको ऊँचे हैं वो, इसीलिए ढह जाते हैं। आँधी आये या आये सुनामी, मैं शांत चित्त हो … Read more

वैशाली:धार्मिक महत्व की नगरी

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** `वैशाली` के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के बारे में हम बचपन से ही किताबों में पढ़ते आये,पर बिहार में रहकर भी इस स्थल पर जाने का कभी अवसर नहीं मिला। इस बार रक्सौल से पटना जाने के क्रम में मन बना लिया था कि,पहले वैशाली में रुकेंगे उसके बाद … Read more

कैसा सफ़र है…

मोहित जागेटिया भीलवाड़ा(राजस्थान) ************************************************************************** मजदूरों की ये कैसी अभिलाषा है ? अब क्या ये ही इनकी ये परिभाषा है ? भूखे-प्यासे अपने बच्चे ले चलते- इनके जीवन की अब किनको आशा है ?? तपती धूप में सफ़र से घर जाना है, पैरों के छालों से ठोकर खाना है। मजदूर होना कोई गुनाह है भला- बस … Read more