जिंदगी से कभी दूर जाना नहीं

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** (रचनाशिल्प:फ़ाइलुन×४, २१२ २१२ २१२ २१२) जिंदगी से कभी दूर जाना नहीं। राह मुश्किल बड़ी,जी चुराना नहीं। दिल परेशां अगर हो जहां में कभी,…

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न घर के रहेंगे,न घाट के…

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** “मृत्यु जीवन का शाश्वत सत्य है,जीवन मिट्टी से मिट्टी तक की यात्रा है। अर्थी से पहले जीवन का अर्थ जान लें।“ ये बोध वाक्य हर…

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हे देवी माँ,वरदान दे

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** हे देवी माँ, तू भय भव भंजक! जगत कल्याणी है, दुष्टों की दुर्गा काली भक्तों की रखवाली है! शक्ति दे मुझे अपनी, भक्ति का…

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खेल का खुमार

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** वर्ल्ड कप क्रिकेट का, छाया हुआ खुमार है हर क्रिकेट प्रेमी राष्ट्र हेतु, करे जीत की मनुहार है। प्रशंसकों की तालियाँ, बढ़ा रहीं उत्साह।…

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सनम तेरी याद आती है…

डोमन निषाद बेमेतरा(छत्तीसगढ़) ************************************************************* जब भी तुम, मेरे नजरों के सामने दिखाई नहीं देती हो, तो दिल मेरा उदास हो जाता है। चाहत है तू मेरी, जिंदगी बन जाओ सनम…

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विश्वास

प्रेक्षा डॉन गोधा ‘परी’ दुर्ग (छत्तीसगढ़) ************************************************************* नहीं पकड़ूंगी पापा, मैं आपका हाथ। डरती हूँ छोड़ न दूँ, मैं आपका साथ। थामना आप ही मुझे सदा, फिर हम न बिछड़ेंगे…

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कबहु नशा मत कीजिए

सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** कबहु नशा मत कीजिए,यह अवगुण की खानl जो नशा कछु है करा,आज ही दीजे निकालll जो साजन मदिरा पिये,नाही सजनी के जोग। रोज नशा में रत…

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मेघराज चल गगन में

हेमलता पालीवाल ‘हेमा’ उदयपुर (राजस्थान ) *************************************************** काले-काले मेघ कहाँ तुम चले, बिन बरसे मेरे गाँव,किधर चले नभ में किया तुमने घना अँधेरा, उमड़-घुमड़ कर तुम तो चले...l शोर मचाया…

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अपना घर

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ******************************************************************************************** बहुधा हिंदू समाज में लड़कियों को यह बात घुट्टी में पिला दी जाती है,- "ससुराल ही उनका असली घर है।" मंजरी भी यही घुट्टी पीकर…

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बरखा ऋतु

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** हरित तृणिका भेदनी पर, मोर मनहर दिखते हैं। शरद के पग चिन्ह आली, हर दिशा में दिखते हैं। छंट गए बादल बरसते, विहग पुलकित मोर…

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