आशिक जमाना कह रहा है….

पारस गुप्ता  ‘शायर दिल से’  चन्दौसी(उत्तर प्रदेश) ********************************************************* दिल्लगी के,दौर में अब,कौन नफरत,कर रहा है... इश्क़ पढ़कर,इश्क़ लिखकर,इश्क़ में जी,मर रहा है... लुट रहा वो,मिट रहा इक,बेवफा के,प्यार में क्यूँ...…

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मत थका जिंदगी

राम भगत किन्नौर ******************************************************************* मत थका जिंदगी इतना, मत तड़पा जिंदगी इतनाl हर मंजिल मिली,हर ख्वाहिश मिली, अपने भी मिले,पराये भी मिलेl कोई ना अपना यहां बन पाया, सबने स्वार्थ…

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कविता क्या है

देवेन्द्र कुमार राय भोजपुर (बिहार)  ************************************************************* नैतिकता की भटकी राह को सच्चा मार्ग दिखाती कविता, दर्द अश्क की गर्मी को हरपल शीतलता देती है कविताl इंसानों के आत्मज्ञान का दर्पण…

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हिंसा का हो खातमा

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) *************************************************************************************** घायल हुआ है मानव,खतरे में पड़ी मानवता, नफरत का बीज बो कर मन में है उपजाया मोह से सींचा उसने,आंतक बन उग आयाl कागज के चन्द…

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आजाद पंछी था मैं,मगर..

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** खूबसूरत बला क्यों मेरी हो गईl फूल से फूलकर फुलझड़ी हो गईl एक आजाद पंछी था मैं भी मगर- हाथ क्या दे दिया,हथकड़ी हो…

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…ताकि उसके बच्चों के सपने रंगीन हों

रितिका सेंगर  इंदौर (मध्यप्रदेश) ****************************************************** मिट के खुश होना पंख बहुत मजबूत थे उसके... उड़ान भरना जानती थी वो फिर भी, खुद को कर लिया कैद पिंजरे में... ताकि,उसके बच्चों…

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सास-बहू का रिश्ता

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ सास,बहू का रिश्ता क्या होता है, मैं तुमको समझाता हूँ। हर घर की कहानी,तुमको मैं सुनाता हूँ, सुनकर कुछ सोचना,और कुछ समझना। सही बात यदि मैंने…

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देश का प्रहरी

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** पुण्य प्रण प्रति प्राण पूजित,पावनी पावन धरा। है समर्पण और अर्पण साँस का सावन हराll रक्त का हर कण समर्पित,साँस के कतरे सभी। जिंदगी के…

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गहराई से जीवन के रंगों से परिचय करवाती `सात रंग जिंदगी के`

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** कविता सदा से ही मनुष्य के अंत:करण में उठे भावों को स्वर देने का एक सशक्त माध्यम रही है। समय के साथ कविता के विषय,शिल्प…

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तपती धरती

डॉ.शैल चन्द्रा धमतरी(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** तपती धरती,जल रहा आसमान, घटता जल,सब हैं हैरान। लुप्त होती हरियाली, नहीं दिखती प्रकृति की लाली। नीम-पीपल की छाँव तले, अब न कोई झूला झूले। बाग-बगीचे…

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