आधुनिक हिन्दी के जनक भारतेंदु हरिश्चंद्र

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** जयंती (९ सितम्बर) विशेष.... अवधी-ब्रज बेमेल का हिन्दी में किया था मेल,काशी के हरिश्चंद्र का भारत में हिन्दी प्रयोग व खेलआशीष बाबा विश्वनाथ का पाकर…

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सबमें तुम्हीं समाए

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** सुना है सबमें तुम्हीं समाए,बात ये कैसी समझ के पार।दुखिया मन, विवश पड़ी है,हो गयी दर्शन को बेकरार।चरण कमल की शरण में,कान्हा, आई मैं तेरे द्वार। समझ…

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शिक्षक महिमा अतिगहन

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मातु-पिता भाई समा, मीत प्रीत गुरु होय।सदाचार परहित विनत, समरसता गुरु सोय॥ ज्ञान कहाँ जन गुरु बिना, कहँ दर्शन भगवान।भवसागर से मुक्ति कहँ, कहँ…

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श्रीकृष्ण अवतार

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* आ गया भादो का महीना,घर-घर होने लगा है शोरश्रीकृष्ण का जन्म हुआ,नाचने लगा वन में मोर। श्रीकृष्ण जी गजब ढाए,लाए काली घटा घनघोरदेव लोक से आ…

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बढ़ते जाना

आशा आजाद`कृतिकोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** जीवन है अनमोल, निरंतर बढ़ते जाना।कंटक पथ में देख, सभी को सहते जाना॥ सच्चे पथ की राह कठिन होती है हरपल।जिज्ञासा का भाव सदा हिय धरते जाना॥…

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संगीत निराला संध्या का

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* संगीत निराला संध्या का,कतार बन गई पंछियों कीचहचहाकर जब जाने लगे,अपने नीड़ों की ओर सब पंछी। राह देख रहे नीड़ों में बच्चे,मुँह को खोल भोजन पानेशाम…

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शिक्षा-शिक्षक

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** शिक्षक दिवस विशेष... शिक्षा-शिक्षक-शिक्षक दिवस का,है अजीब ये नातापीढ़ी दर पीढ़ी ज्ञान हस्तांतरित,भारत भाग्य विधाता। 'अजस्र' जन्मदिवस,उस शिक्षक का इस दिन।देता जो शिक्षा,और 'शिक्षक'…

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बेगुनाह

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** प्रसव वेदना का दर्दझेल चुकी माँ,खुशियों के संग पातीनन्हें शिशु को। होंठों से शीश चूमतीतभी कल्पनाएँ भी,जन्म लेने लगतीउसके बड़े हो जाने की। नजर न लगेअपनी आँखों…

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हम शिक्षक

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* करें उजाला अखिल विश्व में,तम को दूर भगाते हैं।हम शिक्षक हैं ज्ञान के सागर,ज्ञानामृत पिलाते हैं॥ कैसी भी मुश्किल आ जाए,तनिक नहीं घबराते हैं।अगर अंधेरा छा…

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बता, क्या करूँ ?

अरुण वि.देशपांडेपुणे(महाराष्ट्र)************************************** आती नहीं है नींद, बता दे मैं क्या करूँ,यादों में तू है बसी, तुझे याद मैं करूँ। सपनों में रोज, तुमको ही है आना,वादा है प्यार का, उसे…

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