देश है सर्वोच्च यहां…

डॉ.अशोकपटना(बिहार)*********************************** यह सदियों से सन्देश है,देश सर्वोच्च निवेश हैचाँद-तारों को छूने तक,यहां मिलता उपदेश है। सांस्कृतिक समर्पण ही,देश का सर्वोत्तम तरीका हैधर्म पंथ निरपेक्षता यहां,गणतांत्रिक सलीका है। न धर्म न…

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‘आजाद’ मतवाला

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** क्या मारेगी मौत मुझे मैं आफत का परकाला हूँ,इन गोरों का काल बना हूँ मैं 'आजाद' मतवाला हूँ। किसकी है औकात मुझे वो छू कर के…

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महारथी सारथी सुमन्त

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* सादर नमन आपको है,हे सारथी सुमन्त,श्रीराम चन्द्र के हृदय में,घर बनाया तुरन्त। पिताश्री के मित्र थे,पुत्र के बने सारथी,स्वार्थ नहीं था,नि:स्वार्थ भाव का सारथी। अयोध्यावासी सब…

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शांति ही स्वीकार करो

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** रूस-यूक्रेन विशेष..... मानव होकर मानव वध से,हरदम तुम इंकार करो,जीव हत्या तो जघन्य पाप है,शांति ही स्वीकार करो…। बनो पुजारी अहिंसा के,मन में तुम यह ध्यान धरो,दुरुपयोग…

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युद्ध नहीं सदा समाधान

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* रूस-यूक्रेन विशेष.... युद्ध चाहे शक्ति का प्रदर्शन,युद्ध मतभेद का हो सुलझनहोता है सदा ही विध्वंसकारी,नहीं होता युद्ध कभी समाधान। नहीं चाहता युद्ध आम आदमी,जानता है…

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विश्व में फैले हिन्दी

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** जग में है जी भाषा अनेक,पर लगती एक ही प्यारी हैइसके अलावा न भाता कोई,हिन्दी हमारी सबसे न्यारी है। जग में है जी अनेक मंच,नहीं…

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शिव शंकर अनुभूति मन

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *************************************** शिवरात्रि विशेष.... सोमनाथ सौराष्ट्र में,करुणाकर अवतार।चारु चन्द्र धर शिखर शिव,गंगाधर संसार॥ उच्च शिखर श्रीशैल पर,प्रमुदित देव निवास।पूज्य मल्लिकार्जुन सदा,बाघम्बर कैलास॥ अकाल मृत्यु रक्षक प्रभु,मोक्ष…

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ॐ नमः शिवाय

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** हे महादेव महिपाल हे,शिव मृत्यु का महाकाल हेआराधन शिवाले करते,नार नर बाल आबाल हे। औघड़ करे अभय ताल हे,त्रिनेत्र कुपित भूचाल हेहो प्रसन्न,नटराज नृत्यचले रूष्ट तांडव चाल…

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जोश में उपवन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* शीत है कम,ताप भाता,जोश में उपवन हुए,सब दिलोंं में प्रीति है,सबके रसीले मन हुए।आज पल बहका रहा,नित कोयलों के गान हैं-ज़िन्दगी है रस भरी,अहसास वाले…

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आये हैं संसार में

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)*********************************************** आये हैं संसार में,करने हैं कुछ काज।दीपक बन जलता रहे,रखने कुल की लाज॥रखने कुल की लाज,काम कुछ ऐसा करना।मातु-पिता भगवान,कष्ट इनके हैं हरना॥कहे 'विनायक राज',हँसी…

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