रिश्तों की डोर

डॉ.पूर्णिमा मंडलोईइंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष…. आज संक्रांति के त्योहार पर हमेशा की तरह छत पर पतंगबाजी का कार्यक्रम था। घर के सभी सदस्य तीनों बेटे,तीनों बहुएं,बच्चे,सास,ससुर सुबह से ही छत पर आ गए थे। सभी में पतंग उड़ाने का बहुत उत्साह था। सुबह से ही सबने नाश्ते की तैयारी कर ली थी,परन्तु घर … Read more

कटी पतंग

रिंकू कुमावतमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************** मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष…. पंकज और पीयूष नाम के २ मित्र राजस्थान के छोटे से गाँव लालपुर में रहते थे। दोनों बचपन से ही दोस्त थे। यह गाँव हरे-भरे खेतों से लहलहाता था। दोनों मित्रों को पतंग उड़ाने का बहुत शौक था। मकर संक्रांति तो उनका सबसे प्रिय त्यौहार था। गाँव में … Read more

बोहनी

देवश्री गोयलजगदलपुर-बस्तर(छग)********************************************** वसुदेव सुबह-सुबह फेरी लगाने निकल रहा था…। वसुदेव गली-गली फेरी लगाकर गुब्बारा,चकरी, झुनझुना खिलौने आदि बेचा करता था…। ‘तालाबंदी’ के चलते वसुदेव की हालत बहुत खराब थी,बिक्री न के बराबर हो रही थी…! मजदूरी भी बन्द थी,३ छोटे-छोटे बच्चे…सबसे छोटी वाली की उम्र लगभग साल भर की थी…! वो खिलौनों को देख कर … Read more

रूठी हँसी की खोज

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)************************************************** तेरासी टपे तो कुछ बूढ़े लोगों से संगति हुई। समय-समय पर गोष्ठी होने लगी। अच्छा लगा। इस तरह कई मास बीते। संगतियों को मेरी उपस्थिति भाने लगी। लोग मेरी हँसी न देखने की भी चर्चा करने लगे। सहसा एक दिन मैं उस गोष्ठी से अनुपस्थित हो गया। फिर से … Read more

यादें

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************************* “पापा आपसे कुछ नहीं बनता है! दवा भी नहीं पी पा रहे हैं! और चम्मच में भरी सारी दवा ही फैला दी! ऐसा कैसे चलेगा ?” जवान बेटे ने बिस्तर पर लेटे सत्तर वर्षीय रिटायर्ड बाप को डपटते हुए कहाl“हाँ बेटा,दिक्कत तो है!” बुदबुदाते हुए पिता बोलेl“लगता है कि धीरे-धीरे … Read more

असली माँ

डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’इन्दौर (मध्यप्रदेश)**************************************** सुभद्र दत्त मगध देश का रहने वाला था। उसकी अतिगुणवती सुशील २ स्त्रियां थीं। एक वसुदत्ता,दूसरी वसुमित्रा। इन दोनों को बहुत समय तक कोई पुत्र नहीं हआ। काफी समय व्यतीत होने पर वसुमित्रा से एक सुन्दर बालक उत्पन्न हुआ।सुभद्रदत्त के पास अपार धन था,फिर भी वह और धन कमाने के … Read more

मेरा अभिमान

डॉ.शैल चन्द्राधमतरी(छत्तीसगढ़)************************************************ आज राधा बहुत खुश थी। वर्षों पुराना उसका स्वप्न आज साकार हो गया था। वह बहुत गर्व महसूस कर रही थी। अनायास ही वह यादों के समंदर में डूब गई। बचपन से उसने कलेक्टर बनने का सपना देखा था। जब वह छोटी बच्ची थी तो उसके विद्यालय में एक बार कलेक्टर आए थे। … Read more

नाराज़गी

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)********************************************* माँ जी,रॉकी ने सुबह से कुछ नहीं खाया है,और अभी दोपहर होने को आई,वो खाने की तरफ़ तो देख ही नहीं रहा हैl ऐसा तो कभी नहीं हुआ,क्या हो गया उसको! थोड़ा देखो न…! काम वाली बाई कमला ने घबराकर अपनी मालकिन से कहाlअरे,भूख लगेगी तो खाएगा न,रहने दो उसके सामनेl तू तो … Read more

जोर का झटका

वीना सक्सेनाइंदौर(मध्यप्रदेश)*********************************************** सुबह से ही आज घर में अजीब-सा माहौल थाl बहू साढ़े सात पर पहली चाय देती थी,आज सात बजे ही दे गई…मैं रोज साढ़े ६ बजे उठ जाता था और मुझे चाय की बड़ी तलब लगती थी…l मुझे अंदर से बड़ी घबराहट हो रही थी,क्योंकि कल ही मैंने अपने बेटे अजय को अपनी … Read more

आशीष

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)********************************************* दीवाली के लिए घर में रँग-रोगन का काम पूरा होते ही बच्चों ने मिसेज शर्मा के सामने अपनी अपनी फरमाइशें रख दीl दीपा कहने लगी-‘मम्मी,मेरे लिए २ सिंपल-सी ड्रेस और २ बढ़िया-सी दीवाली के लिए..l’तभी बीच में ही वैभव हल्ला करते हुए कहने लगा-‘मम्मी,हर बार ये बिल्ली २ कहकर जाती है और ४ … Read more