साहित्य संस्थान ने कराया कवि सम्मेलन

हरियाणाl राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान के तत्वावधान में महा कवि सम्मेलन कराया गयाl ५ जुलाई रविवार को इसमें पूरे भारत के ८६ कवियों द्वारा गुरु की महिमा अपनी रचनाओं द्वारा…

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पत्रिका ऑनलाइन विमोचित

भवानीमंडी(राजस्थान)। अखिल भारतीय साहित्य परिषद इकाई (भवानीमंडी) द्वारा प्रकाशित 'साहित्य दर्शन' ई-पत्रिका के चतुर्थ अंक-पावस,प्रकृति और प्रीति का विमोचन ऑनलाइन समारोह में सोमवार को मुख्य अतिथि भंवरसिंह कुशवाह (प्रधान सम्पादक-बालाजी…

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महासंग्राम में रचनाकारों ने दी शानदार प्रस्तुति,किया सम्मानित

मधुपुर(झारखंड)। अंतर्राष्ट्रीय साहित्य कला संगम-साहित्योदय द्वारा आयोजित साप्ताहिक परिचर्चा सह अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन 'साहित्योदय साहित्य संग्राम' का सातवां अंक शानदार रहा। इसका उदघाटन प्रसिद्ध ओज कवि बेबाक़ जौनपुरी ने किया।…

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भारत को भारत ही कहें,इंडिया नहीं

‘भारत को भारत बोला जाए’ पर हुआ वेबिनार मुंबई(महाराष्ट्र)। जब किसी इन्सान के नाम दो नहीं हो सकते,तो हमारे राष्ट्र का दो नाम क्यों ? आजादी के ७३ साल बीत…

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साहित्यकार भी कर सकता है विज्ञान लेखन

हिंदी में वैज्ञानिक लेखन पर वेबिनार मुंबई(महाराष्ट्र)l जिस प्रकार एक वैज्ञानिक, वैज्ञानिक होते हुए भी ललित साहित्य लिख सकता है,उसी प्रकार कोई साहित्यकार चिंतक लेखक तर्कशील बुद्धि पर तथ्यों का…

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बदली हुई परिस्थिति में मातृभाषा का महत्व और अधिक-कुलपति डॉ. रेणु जैन

देअविवि में हिंदी पर वेबिनार इन्दौर(मप्र)। संस्कृति को उन्नत बनाने में भाषा श्रेष्ठ माध्यम है। मातृभाषा में अध्ययन-अध्यापन करने से मौलिक विचार उत्पन्न होते हैं। इससे भाषा का शब्द भण्डार…

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मेरी लिपि मेरी शान,क्यों करूँ विदेशी का गुणगान पर हुआ चिंतन

राष्ट्रीय गोष्ठी मुंबई(महाराष्ट्र)l भारतीय भाषा मंच,वैश्विक हिंदी सम्मेलन एवं नागरी लिपि परिषद की ओर से राष्ट्रीय गोष्ठी का आयोजन गूगल मीट पर किया गया। इसका विषय था-मेरी लिपि मेरी शान,क्यों…

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राह पथरीली बहुत थी,फिर भी हम चलते रहे–प्रो. खरे

कवि गोष्ठी मंडला(मप्र)। डॉ. रामनिवास 'इंडिया' की अध्यक्षता,डॉ. राजीव पांडेय के मुख्य आतिथ्य व डॉ.रामप्रकाश' पथिक' के विशिष्ट आतिथ्य में अखिल भारतीय साहित्य सदन (दिल्ली) की ऑनलाइन कवि गोष्ठी हुई।इसमें…

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जुबान पर चढ़ जाती है छंदयुक्त कविता -डॉ. शर्मा

आनलाइन दोहा एवं घनाक्षरी कार्यशाला उज्जैन(मप्र)। कविता में यदि छंद का समावेश हो तो वह पाठकों और श्रोताओं द्वारा लम्बे समय तक याद रखी जाती है। हमारी वाचिक परम्परा के…

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नई क़लम ने ‘पितृ दिवस’ पर कराया कवि सम्मेलन

इंदौर (मप्र)। जीवन में पिता का महत्व कुछ शब्दों में या कुछ पंक्तियों में बताना असंभव है। हमारे जन्मदाता होने के साथ ही वे हमारे प्रथम गुरू भी होते हैं।…

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