रिश्तों को खोखला करता है अहंकार

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************************** ‘अहम’ या अहंकार होना एक सहज प्रवृत्ति है जो समान्यतः बहुत से लोगों में पायी जाती है। जिसमें अहंकार होता है वह अपने बल,बुद्धि,राज्य,भाषा, संस्कृति और अपनी प्रत्येक चीज पर घमंड’ करता है,उन्हें ‘श्रेष्ठतम समझता है और अन्यों को तुच्छ या हीन! इस कारण वह आक्रान्ता(आक्रामक) हो जाता है। … Read more

समाज के प्रति हमारा कर्तव्य जरुरी

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** सामाजिक सम्बन्ध और दूरी स्पर्धा विशेष……….. संपूर्ण जीव-जगत में मनुष्य को ही सर्वश्रेष्ठ जीव माना जाता है,और मनुष्य ने अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन से यह सिद्ध भी कर दिया है कि इस धरा पर उसके जैसा ज्ञानी और समर्थ दूसरा कोई जीवधारी नहीं है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज से … Read more

अक्षय तृतीया:सामाजिक व सांस्कृतिक शिक्षा का अनूठा त्यौहार

श्रीमती अर्चना जैन दिल्ली(भारत) *************************************************************** अक्षय तृतीया २६ अप्रैल विशेष……………. अक्षय तृतीया का दिन भारतभर में कई त्योहारों के रूप में मनाया जाता है। अक्षय तृतीया को ‘आखातीज’ भी कहते हैं। यह पर्व वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है। कहा जाता है कि इस दिन जो भी कार्य किए जाते … Read more

बंध और दूरी-हमारा कर्तव्य

प्रभावती श.शाखापुरे दांडेली(कर्नाटक) ************************************************ सामाजिक सम्बन्ध और दूरी स्पर्धा विशेष……….. समाज,सामाजिक इन शब्दों से हम़ अंजान तो नहीं हैं। सामाजिक विषयों पर अगर कोई कुछ लिखना चाहे तो पूरी ज़िंदगी कम है। वैसे तो इन शब्दों का अर्थ पहले से पता है लेकिन फिर भी सामाजिक सम्बन्ध और दूरी की जब बात आती है,तब इसके गहन … Read more

चीनी माल:दोस्ती रखें,लेकिन अंधा भरोसा भी आत्मघाती

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** जैसी कि आशंका थी,वही हुआ। ‘कोरोना’ विषाणु परीक्षण के लिए चीन से मंगाए गए एंटीबाॅडी रैपिड टेस्ट किट्स के घटिया होने की गंभीर शिकायतों के बाद आईसीएमआर ने २ दिन तक देश में इनके इस्तेमाल कर रोक लगा दी है। सबसे पहले ऐसी शिकायत राजस्थान से आई और‍ फिर कुछ अन्य … Read more

जीवन संजीवनी,मित्र है पुस्तकें

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* विश्व पुस्तक (२३ अप्रैल)दिवस विशेष……………. दुनियाभर में ‘विश्व पुस्तक दिवस’ २३ अप्रैल को मनाया जाता है क्योंकि, ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार विलियम शेक्सपियर, व्लादिमीर नबोकोव, मैमुएल सेजिया वैलेजो का जन्म और निर्वाण,मीगुअल डी सरवेंटस ,जोसेफ प्ला,इंका गारसीलासो डी ला वेगा का निर्वाण और मॉरिस द्रुओन एवं हॉलडोर लैक्सनेस का जन्म इसी … Read more

तबलीगी जमात की कालिमा को धोना होगा

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* ‘कोरोना’ कहर से समूचा भारत संकट में है और इस संकट को तबलीगी जमात ने बढ़ा दिया,इसकी गलती से कोरोना संक्रमण पीड़ितों व मौतों की संख्या बढ़ी है। जमात के अमीर मौलाना साद की इस अक्षम्य गलती से न केवल संपूर्ण भारतीय मुस्लिम समाज को गंभीर संकट में डाला है,बल्कि साम्प्रदायिक … Read more

सबका फायदा,फिलहाल दूर ही रहो

अरशद रसूल, बदायूं (उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* आप सभी जानते हैं इन दिनों हमारा देश ‘कोरोना’ विषाणु जैसी महामारी से जूझ रहा है। यह एक ऐसी भयानक बीमारी है जो एक इंसान से दूसरे में और धीरे-धीरे समाज में फैलती है। आपस में ज़्यादा मिलने-जुलने और संपर्क बढ़ने से यह विषाणु बहुत तेजी से फैलता है। सिर्फ … Read more

सबकी भलाई,वरना इंतज़ार कब तक… ?

इलाश्री जायसवाल नोएडा(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* आने वाला समय अपने अंदर कितने आश्चर्य, कितने अचम्भे समेटे हुए है,किसी को पता नहीं। कोई पक्का नहीं बता सकता कि आगे क्या होगा ?,लेकिन फिर भी हम सब अपना भविष्य संवारने के लिए काम करते हैं। इस भागती-दौड़ती जिंदगी में जहाँ किसी को भी किसी से बात करने की फुर्सत … Read more

उन्नति के उच्च शिखर में अनुशासन का अर्थ

उषा शर्मा ‘मन’ जयपुर (राजस्थान) **************************************************** सामान्यतः जब कभी भी व्यक्ति को अनुशासित रहने के लिए कहा जाता है तो वह उसका प्राय: अर्थ लगा लेता है कि उससे उसकी आजादी छीनी जा रही है। वास्तव में अनुशासन आजादी नहीं छीनता,बल्कि हमें व्यवस्थित व मानवीय ढंग से रहना सिखाता है। इस जगत में पशु-पक्षी भी … Read more