अजर अमर है नाम

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)***************************************** नेता वीर सुभाष का,अजर अमर है नाम।जिनके बिना अपूर्ण था,स्वतंत्रता संग्राम।स्वतंत्रता संग्राम, गरम दल के थे नायक।रख दी नींव स्वराज, फौज के सेनानायक॥‘चल दिल्ली’ उद्घोष,और ‘जय हिन्द’ प्रणेता।हिन्द करें अभिमान,देश के प्यारे नेता॥ परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में जन्मे शिवेन्द्र मिश्र का स्थाई व … Read more

प्रेम

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)*********************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से एक प्रश्न से जिन्दगी,में आया बदलाव।जिसके उत्तर से मेरा,उससे हुआ जुड़ावllउससे हुआ जुड़ाव,नाम पूछा,बतलाया।देखा उसका चित्र,उसे फिर भूल न पायाllहृदय उठे उद्गार,उदधि में लहरें जैसे।मुझको उससे प्यार,हुआ उस एक प्रश्न सेll पाती प्रियतम की मेरे,लाती थी सन्देश।शब्दों से वो भेजते,थे उपहार विशेषllथे उपहार विशेष,छवि दिखती … Read more

नया वर्ष

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)******************************************************** मन में सपने हैं सजे,खुशियों के दिन आय।सुन्दर सुखद सुहावनी,शीतल शीत सुहाय॥शीतल शीत सुहाय,खुशी मन में है छाई।हिय में उठे तरंग,आज मौसम सुखदाई॥कहे ‘विनायक राज’,मनाओ पिकनिक वन में।नया वर्ष है आज,सजाओ सपने मन में॥

तन्हाईयों से प्यार

डॉ.हेमलता तिवारीभोपाल(मध्य प्रदेश)******************************************************* तन्हाईयों से प्यार हो गया,तन्हाईयों से प्यार हो गयाकुछ यूँ हुई जिन्दगी,जीना दुश्वार हो गयाlहर शाम उनकी याद साथ रहती,हर सुबह उनकी बात याद रहतीकभी चाय में मिलती उनकी सूरत,कभी लिबास से लिपटते उनके अहसासlयूँ भी होता है अब तो रोज ही,कदम अपने-आप जाते उनके घर तलकखुद को लपेट लेते खुद सेlउनकी … Read more

सपना

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)*********************************************** सपना ऐसा देखिए,खुली आँख से आप।जिससे जीवन के सभी,मिट जाएं संताप।मिट जाएं संताप,दूर हों सब कमजोरी।सृजन बनें आधार,कल्पना हों ना कोरी॥रहे लक्ष्य का भान,पंथ शिव छोड़ न अपना।रख मन दृढ़ विश्वास,पूर्ण कर ले हर सपना॥ परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में जन्मे शिवेन्द्र मिश्र का … Read more

आती खुशियाँ रोज

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ****************************************************** देते हैं उपहार जी,मिलकर सबको आज।धनतेरस के पर्व में,पूरे करते काज॥पूरे करते काज,घरों में दीप जलाते।आती खुशियाँ रोज,सभी त्यौहार मनाते॥करे साज श्रृँगार,नये कपड़े हैं लेते।करते आतिशबाज,बधाई सबको देते॥ करते पूजा पाठ जी,मिलकर के परिवार।हाथ जोड़ विनती करे,आये खुशी अपार॥आये खुशी अपार,चरण में शीश झुकाते।दीप जलाते रोज,मातु की मूरत लाते॥करे … Read more

दीवाली के दीप से

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष….. दीवाली के दीप से,मिट जाय अंधियार।दु:ख दर्दों का नाश हो,जगमग हो संसार॥जगमग हो संसार,रहे न कोई भी दुखी।तनमन हो उल्लास,होय सभी जग में सुखी॥कहता कवि करजोरि,जगत में हो खुशहाली।घर-घर दीप जलाय,मने सबकी दीवाली॥ काली रात अमावसी,दीप जले चहुँओर।दीपोत्सव उल्लास से,मिटे तमस घनघोर॥मिटे तमस घनघोर,सकल जग में उजियारा।हो … Read more

नवरात्रि

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ****************************************************** सजता सुंदर द्वार है,स्वागत करते लोग।शुभागमन हो मातु का,सभी लगाते भोगllसभी लगाते भोग,भक्त जन करते सेवा।लेते आशीर्वाद,सभी पाते हैं मेवाllसभी जलाते दीप,द्वार सुंदर है लगता।आती माता रोज,घरों में दीपक सजताll आई सबके द्वार में,माता रानी आज।शीश झुकाते लोग हैं,बनते बिगड़े काजllबनते बिगड़े काज,कामना पूरा करती।खुश होते हैं लोग,खुशी जीवन … Read more

संघर्ष

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ******************************************************* जीवन में संघर्ष से,कभी न मानो हार।लड़ो लड़ाई अंत तक,निकलोगे तुम पारllनिकलोगे तुम पार,रखो हौंसला ही सदा।हिम्मत से लो काम,धीर जनों की है अदाllकहता कवि करजोरि,यही मानव संजीवन।गीता का है ज्ञान,कर्म करना ही जीवनll शिक्षा देते हैं हमें,जीवन में संघर्ष।जीवन का पर्याय है,सदा रहे मन हर्षllसदा रहे मन हर्ष,सभी हो खुश … Read more

सपना

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** सपना ऐसा देखिए,खुली आँख से आप।जिससे जीवन के सभी,मिट जाएं संताप॥मिट जाएं संताप,दूर हों सब कमजोरी।सृजन बने आधार,कल्पना हो ना कोरी॥रहे लक्ष्य का भान,पंथ शिव छोड़ न अपना।रख मन दृढ़ विश्वास, पूर्ण कर ले हर सपना॥ खोया रहता ख्वाब में,कर्तव्यों को छोड़।जाने अनजाने रहा,दु:ख से नाता जोड़॥दु:ख से नाता जोड़,भाग्य के … Read more