ख्वाइश

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** भरता नहींख्वाइशों का झोलालें कितना भी। अमर बनेअपने कर्तव्यों सेमेहनती जो। कर्मठ लोगहोते जिद के पक्केपाते हैं लक्ष्य। आँखों में नहींहोती है नींद कभीमतवालों की। बदलता हैरुख हौंसलों का भीविश्वास करो॥ परिचय-डॉ. पूजा हेमकुमार अलापुरिया का साहित्यिक उपनाम ‘हेमाक्ष’ हैL जन्म तिथि १२ अगस्त १९८० तथा जन्म स्थान दिल्ली हैL … Read more

सुगंधित

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** मासूमियतबड़ों में अब कहाँ ?बच्चों में देखो। बदलता हैदौर खामोशियों मेंदेखना जरा। पलकें बिछीउम्मीदों के दामनफैलाए हुए। सागर सिंधुसमुद्र जलधि हैएक ही नाम। अथाह जललगे है भयावहधीरज धरे। मनोहर हैमाँ की एक मुस्कानजग से न्यारी। हौले-हौले सेसमझना इनकोबालक मन। सुगंधित हैये क्यारियाँ फूलों कीप्रिय सबकी। है परिभाषामेरे व्याकरण कीप्रिय तुम … Read more

कैसे ये सुलझाऊँ ?

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** कई सवालकैसे ये सुलझाऊँरोज बवाल। ये टूटे रिश्तेकितना भी संभालूंछूटते रिश्ते। वक्त के ज़ख्मआखिर कब तक ?निभाएं हम। रूप ही भलामन कौन देखता ?सबक मिला। कैसे ठहरें ?यूँ उतार-चढ़ावजैसे लहरें। प्रेम परीक्षाऐसे जियो-वैसे नदूजों की इच्छा। यकीन नहींसाथ चलेंगे सबसिद्ध हो कैसे ? जीवन चक्रहार-जीत भावनाहै दृष्टि वक्र। ख़्वाब अनेककिधर चलें हमहै … Read more

थे ज्ञानी-ध्यानी

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** अमिट छापआम्बेडकर बाबाथे ज्ञानी-ध्यानी। खारा नमकघर की वृद्धाएंहै गुणवान। लड़ना सीखोजीवन संघर्षों सेमृत्यु अटल॥ परिचय-डॉ. पूजा हेमकुमार अलापुरिया का साहित्यिक उपनाम ‘हेमाक्ष’ हैL जन्म तिथि १२ अगस्त १९८० तथा जन्म स्थान दिल्ली हैL श्रीमती अलापुरिया का निवास नवी मुंबई के ऐरोली में हैL महाराष्ट्र राज्य के शहर मुंबई की वासी … Read more

बचपन रखना

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** ये बचपनमासूमियत वालाहमेशा रहे। खुशियों वालाआया ‘बाल दिवस’मनाएँ इसे। कोमल मनरखना बचाए इसेहै ये पावन। ये भाग-दौड़है चिंता भविष्य कीछूटते मोड़। लगाओ पंखभावी समाज बच्चेनभ में उड़ो। बच्चे ही कलबना दें इतिहाससंभालो इन्हें॥

कर्म नीति हो

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** कर्म नीति होदेश-भक्ति न छोड़ेंधर्म प्रीति हो। वीर धरतीकरे भला सबकापेट भरती। घृणा छोड़ दोरिश्ते-नाते देखनास्नेह जोड़ लो। लालच त्यागेंअपना मानवता-अब तो जागें। भूल वासना,मोह-साधना जोड़-करो प्रार्थना। अंदर जीतें,नहीं सीमा उलांघेंसंबंध सींचें। मिटा असुरसंकल्प से मंजिलविजय सुर। जलाएँ ईर्ष्यानहीं सोचें बुराईजगाएँ आशा। ताकत रामजली रावण लंकाविन्रम काम। कुकर्म छोड़ोउतार मुखौटा तूधर्म से … Read more

कर्तव्य

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** हुई सुबहआया नव विहानकरो स्वागत। मन का मैलबनाता घृणा पात्रमिटाओ इसे। सदा कटुताहोती नहीं उचितसमझो शब्द। चुप्पी कहतीअनकही बातों केलाखों शब्द। इशारा काफीसमझने के लिएमन की बात। व्याकुल मनजाने अच्छा-बुरा भीफिर भी मूर्ख। नहीं होता हैउचित-अनुचितमन के भाव। कभी कल्पनाकभी होती सच्चाईजाने ये कैसे ? बड़ी श्रद्धा सेनिभा रही कर्तव्यधरा … Read more

मधुर वाणी

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** मन दर्पणनिश्छल-सा पावनसमझो इसे। मधुर वाणीमधुर हो संबंधमानव बीच। हरियाली भूहरियाली हो मनआनंदमय। धीरे-धीरे सेप्रयास करो तुमहोंगे सफल। विश्वास रखोऔरों से ज्यादा तुमखुद पे सदा। बिछौना सौरलगता मुझे अबधरा गगन। गुंजित होतामहकते फूलों सेमानव मन। पुलकित हैतन-मन सबकाबाँटो खुशियाँ॥ परिचय-डॉ. पूजा हेमकुमार अलापुरिया का साहित्यिक उपनाम ‘हेमाक्ष’ हैL जन्म तिथि … Read more

यही है सच

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** बड़ा विचारतो संकट अपारयही है सच। पड़ा वास्ता तोऔकात दिख गईयही है सच। कोई न सगादेता मौके पे दगायही है सच। मौन उसकाखा गया रिश्ते सारेयही है सच। अकड़ो मतसब छूट जाएगायही है सच। सेवक बनोइंसानियत भलीयही है सच। दूर की सोचोपास का लाभ बुरायही है सच। भाग्य अटलतो कर्म करो अच्छेयही … Read more

बनो सहनशील

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** अन्तर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस (१६ नवम्बर) विशेष… आक्रोश छोड़ोबनो ‘सहनशील’यही है त्याग। सीखो सहनाजीतोगे हर जंगशांत रहना। शक्ति है मौन‘सहिष्णुता’ जरूरीसमझे कौन ? बुरी है हिंसान लड़ो आपस मेंभली अहिंसा। बनो इंसानहो आपस में मानदो सद्ज्ञान। समझो दर्दहोगी सम प्रगतिरखो सौहार्द। करो विकासबढ़ाओ समन्वयन हो विनाश। हो सम्वेदना,करें ना बुरा कभीऐसी भावना। मन … Read more